नई दिल्ली:दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए दाखिले की तारीख की घोषणा कर दी गई है. इस साल भी छात्रों को एडमिशन मेरिट के आधार पर एडमिशन मिलेगा. दाखिले के लिए स्नातक पाठ्यक्रम में आवेदन की प्रक्रिया 2 अगस्त से शुरू होगी. वहीं, इस साल दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन को लेकर अहम सवाल ये है कि कट ऑफ किस तरह निर्धारित की जाएगी और क्या कट ऑफ इस बार भी 100 या उससे ज्यादा रहेगी.
बता दें कि स्नातक पाठ्यक्रम में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया 2 अगस्त से शुरू होगी. वहींं, इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से 12वीं बोर्ड की परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी. मूल्यांकन के लिए सीबीएसई की ओर से नीति जारी की गई. उसी के आधार पर 12वीं का रिजल्ट तैयार किया जा रहा है. वहीं, इस साल कट ऑफ पिछले साल के मुकाबले अधिक रहने के भी संभावना जताई जा रही है.
दिल्ली विश्वविद्यालय में कट ऑफ ज्यादा रहने की संभावना पढ़ें:SOL का वेस्ट दिल्ली में बना रीजनल सेंटर, ताहिरपुर में भी जल्द बनेगा DU का सुविधा केंद्र
शहीद भगत सिंह कॉलेज के चीफ एडमिशन को-ऑर्डिनेटर डॉ. अरुण अत्री ने कहा कि कट ऑफ में एक या दो फीसदी का इजाफा हो सकता है. उन्होंने कहा कि 100 फीसदी कटऑफ रहेगी या नहीं, यह कहना अभी जल्दबाजी है. यह सब कुछ सीबीएसई और अलग-अलग बोर्ड के रिजल्ट पर भी निर्भर करेगा. साथ ही कहा कि इस साल कट ऑफ निर्धारित करना कॉलेज और विश्वविद्यालय के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा.
उन्होंने कहा कि कटऑफ को लेकर छात्रों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. पहले जब 2 अगस्त से स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी तो फॉर्म सावधानीपूर्वक भरें. डॉ. अरुण अत्री ने कहा कि उसके बाद कॉलेजों की ओर से कट ऑफ जारी की जाए, जिस भी कॉलेज में पहले कट ऑफ में छात्र का नाम आ जाए, वो वहां पर एडमिशन लें, क्योंकि डीयू के सभी कॉलेजों में एक ही पाठ्यक्रम है और हर कॉलेज में बेहतरीन शिक्षक हैं.
उन्होंने कहा कि कई बार यह देखने को मिला है कि पहली लिस्ट में मन पसंद कॉलेज नहीं मिलने की वजह से छात्र दूसरी कट ऑफ का इंतजार करते हैं, लेकिन दूसरी कटऑफ में भी एडमिशन की संभावनाएं नहीं होती है और फिर उनके पास से एडमिशन का मौका निकल जाता है. ऐसे में जहां पर एडमिशन मिले, उन्हें वहां अपना एडमिशन करा लेना चाहिए.
पढ़ें:डीयू : इस साल नहीं शुरू होगा कोई नया कोर्स, ये विषय और कॉलेज हैं छात्रों की पहली पसंद
बता दें कि शैक्षणिक सत्र 20-21 में लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमेन में 3 विषय में कट ऑफ 100 फीसदी निर्धारित की गई थी. इनमें पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स, इकोनॉमिक्स ऑनर्स और साइकोलॉजी ऑनर्स शामिल है. वहीं, इससे पहले साल 2015 में कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज और इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वूमेन में बीएससी ऑनर्स कंप्यूटर साइंस की कट ऑफ 100 फीसदी निर्धारित की गई थी.