नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में चल रही नियुक्तियों के दौरान तदर्थ शिक्षकों को हटाने के विरोध में दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के आह्वान पर गुरुवार को श्री अरबिंदो कॉलेज स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले शिक्षकों ने धरना-प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में स्थायी व एडहॉक शिक्षकों ने धरने में भाग लिया. प्रिंसिपल ऑफिस के सामने इस धरने का नेतृत्व एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.विनय कुमार सिंह ने किया. धरने को एसोसिएट प्रोफेसर व पूर्व विद्वत परिषद सदस्य डॉ. हंसराज सुमन, डॉ. विवेक चौधरी, डॉ.बत्तीलाल बैरवा, डॉ.संजय त्यागी, डॉ.संगीता आदि ने संबोधित किया. शिक्षकों ने करीब दो घंटे नारेबाजी की और विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की कि लंबे समय से कार्यरत एडहॉक शिक्षकों को नियुक्तियों के समय बाहर न निकाले.
अमानवीय तरीके से किया जा रहा तदर्थ शिक्षकों का विस्थापन :इस अवसर पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हंसराज सुमन ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में कार्यरत तदर्थ शिक्षकों का विस्थापन अमानवीय तरीके से किया जा रहा है. काफी लंबे समय से अध्यापन कार्य कर रहे तदर्थ शिक्षकों के साथ इंटरव्यू के नाम पर किए जा रहे षड्यंत्र को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने कॉलेजों के विभागों में खाली जगहों पर तदर्थ शिक्षकों की नियुक्ति की मांग भी दोहराई. उन्होंने कहा कि स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया में गति लाई जाए.
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