नई दिल्लीः दिल्ली आबकारी घोटाले में आरोपी विजय नायर ने अपने फोन से इंडोस्पिरिट के एमडी समीर महेंद्रु और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच फेसटाइम वीडियो कॉल की व्यवस्था की थी. यह खुलासा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर चार्जशीट में हुआ है. विजय नायर आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन इंचार्ज हैं. जांच करने वाली एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं की ओर से विजय नायर ने नई आबकारी नीति के तहत लाइसेंस के लिए साउथ ग्रुप से एडवांस के तौर पर 100 करोड़ रुपए लिए थे. इस खुलासे के बाद बीजेपी आम आदमी पार्टी और इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गई है.
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि यह इतना बड़ा भ्रष्टाचार है कि इसमें माफी भी नहीं दी जा सकती है. मनोज तिवारी ने कहा कि जब यह मामला सामने आया था, तब आम आदमी पार्टी के नेता इसे नकार रहे थे और अब एक के बाद एक परतें खुल रही है. उन्होंने कहा कि चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने शराब घोटाले की राशि का उपयोग गोवा में अपने चुनाव प्रचार के लिए किया था. पार्टी द्वारा सर्वेक्षण टीमों के वॉलिंटियर्स को 70 लाख रुपए का भुगतान किया गया था.
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि साउथ ग्रुप में तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति की कविता, आंध्र में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के सांसद श्रीनिवासालु रेड्डी और अरविंदो फॉर्म के शरथ रेडी इसमें शामिल थे. ईडी ने चार्जशीट में दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल ने समीर महेंद्रू से कहा था विजय मेरा बंदा है. आपको उस पर भरोसा करना चाहिए और उसके कहे अनुसार काम करना चाहिए.