नई दिल्ली: राजधानी में पहली बार होने जा रहे ग्रुप हाउसिंग सोसायटी सम्मेलन को लेकर राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी सांसद विजय गोयल के नेतृत्व में रविवार की सुबह दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी की समस्याओं को लेकर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया.
सम्मेलन में दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचे और उनकी समस्याओं का समाधान कैसे हो सकता है? इस पर वहां चर्चा की गई. इस सम्मेलन की मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रही. तो वहीं उनके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र तोमर भी सम्मेलन में शामिल हुए.
सम्मेलन पर शुरू हुई राजनीति 'दिल्ली सरकार पदाधिकारियों को डरा रही है.'
सांसद विजय गोयल का कहना है कि दिल्ली सरकार ने ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के लिए पिछले 5 सालों में कुछ भी काम नहीं किए. इसलिए अब वह सोसायटी के पदाधिकारियों को डरा रहे हैं कि जिससे वह सम्मेलन में न आ सके.
एलजी ने सर्वे के दिए थे आदेश
पिछले दिनों ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के लोगों की समस्याओं को लेकर विजय गोयल उपराज्यपाल से भी मिले थे. तब उपराज्यपाल ने समस्या का निदान करने वाली संस्था डीडीए के उपाध्यक्ष को निर्देश दिया कि वह 1200 ग्रुप हाउसिंग सोसाइटीज का सर्वे तत्काल शुरू करें. जिसमें सोसायटी का प्लॉट एरिया कितना है? उनमें कितने फ्लैट हैं? कितने मंजिल बनी हुई है? यह सब देखा जाए.
जल्द ही की जाएगी सोसाइटी मेंबर्स की मीटिंग
सांसद गोयल ने कहा कि शीघ्र ही हर एक सोसाइटी की मीटिंग की जाएगी. जिसमें यह फैसला किया जाएगा कि सोसायटी के मेंबर सोसाइटी का डेवलपमेंट करना चाहते हैं या नहीं? यह अधिकार सोसायटी के जनरल बॉडी मीटिंग मेंबर के पास होगा.
40 साल में किसी ने नहीं किया ख्याल
उन्होंने बताया कि ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को दिल्ली में अस्तित्व में आए 40 साल हो गए. लेकिन आज तक इस प्रकार का एक भी सम्मेलन ग्रुप हाउसिंग सोसायटी का नहीं हुआ. इस महासम्मेलन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है.
इस सम्मेलन में आने वाले मुख्य अतिथियों के अलावा सांसद आरके सिन्हा, प्रवेश वर्मा, हंसराज हंस, रमेश बिधूड़ी, मीनाक्षी लेखी और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू भी शामिल हुए.