नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में फ्री वाई-फाई की घोषणा कर दी है. केजरीवाल सरकार की इस घोषणा पर कांग्रेस का पक्ष जानने के लिए ईटीवी भारत ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया से बातचीत की.
दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया से ईटीवी भारत ने की खास बातचीत राजेश लिलोठिया ने पहले तो इस घोषणा की लेट-लतीफी को लेकर केजरीवाल सरकार को कठघरे में किया. उन्होंने कहा कि इसका वायदा विधानसभा चुनाव के पहले ही किया गया था और अब करीब पांच साल बाद इसकी घोषणा की जा रही है और वो भी ये जमीन पर उतरेंगे 3-4 महीने बाद.
वहीं राजेश लिलोठिया ने यह भी कहा कि ये जब चालू हो जाएंगे तब हम देखेंगे, क्योंकि अब तक केजरीवाल ने कई ऐसी घोषणाएं की हैं जो अब तक जमीन पर नहीं उतरीं.
लिलोठिया ने खर्च पर उठाए सवाल
राजेश लिलोठिया ने इस नजरिए से भी इस फ्री वाई-फाई योजना की आलोचना की कि जब आम आदमी पार्टी ने यह वादा किया था, उस समय दिल्ली में नेटवर्क की स्थिति थोड़ी कमजोर थी और इंटरनेट भी महंगा था, लेकिन अब स्थिति उल्टी है. अब नेटवर्क कंपनियां बहुत कम कीमत पर इंटरनेट मुहैया करा रही है. लिलोठिया ने इस पर होने वाले खर्च को लेकर भी सवाल उठाया.
'लोगों के टैक्स का पैसा सभी पर समान खर्च हो'
राजेश लिलोठिया ने कहा कि इस पर जो खर्च हो रहा है, वह फालतू का खर्च है. उन्होंने कहा कि यह दिल्ली के लोगों के टैक्स का पैसा है और इसे सभी पर समान रूप से खर्च किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि केजरीवाल सरकार की ऐसी फ्री स्कीम पर होने खर्च को लेकर कांग्रेस पार्टी शुरू से ही निशाना साध रही है. अब फ्री वाई फाई को लेकर भी कांग्रेस की तरफ से सवाल उठाया गया है.