नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से मंडी हाउस पर दिव्यांग लोगों का रेलवे भर्ती बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी दिव्यांगों का कहना है कि उन्हें उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वो आत्मदाह तक नहीं रुकेंगें.
यहां देश के कोने-कोने से दिव्यांग अपने हक की मांग को लेकर मंडी हाउस के गोल चक्कर के पास धरने पर बैठे हैं. यहां 350 में से 12 दिव्यांग ऐसे हैं जो अनिश्चित काल के लिए भूख हड़ताल पर हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही होंगी तब तक वो अपनी भूख हड़ताल नहीं तोड़ेंगे.
परीक्षा पास करने के बाद भी नहीं मिली नौकरी
दरअसल, ये सारा मामला ग्रुप डी की भर्तियों में कथित धांधली का है. 6 अक्टूबर को सभी दिव्यांगों ने रेलवे ग्रुप-डी में भर्ती के लिए परीक्षा दी और परीक्षा पास भी की. इसके बाद इन्हें रेलवे विभाग से लेटर भी मिला लेकिन पास होने के बावजूद इन लोगों को नौकरी नहीं मिली. इनका आरोप है इनकी नौकरियां किसी और को दे दी गई.
पिछली बार जब इन सारे लोगों ने धरना दिया था तो सरकार ने इन्हें आश्वासन दिया था कि 14 दिनों में इन लोगों को नौकरियों पर रख लिया जाएगा लेकिन अभी तक इन्हें नौकरियां नहीं मिली. दिल्ली में ठंड बहुत बढ़ गई है, बावजूद इसके ये सभी दिव्यांग बीच चौराहे पर धरना प्रदर्शन करने को मजूबर हैं. प्रशासन की तरफ से इन दिव्यांग लोगों के लिए किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
कई दिव्यांग बीमार भी हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. लेकिन प्रदर्शनकारी दिव्यांगों का कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वो आत्मदाह भी कर सकते हैं.