लॉकडाउन में मिली ढील के बाद बढ़े महिला अपराध, कारणों की समीक्षा कर रही पुलिस
लॉकडाउन में मिली छूट के बाद से दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध बढ़ता जा रहा है. जिसे लेकर दिल्ली पुलिस कारणों की समीक्षा कर रही है.
लॉकडाउन में मिली छूट के बाद से दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ा अपराध
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Published : Jul 7, 2020, 6:33 PM IST
नई दिल्ली: राजधानी में 25 मार्च से जब लॉकडाउन लगा तो सभी अपराधों में कमी देखने को मिली. महिलाओं के साथ होने वाले अपराध भी 70 से 80 फीसदी तक कम हुए. लेकिन जैसे-जैसे लॉकडाउन में छूट मिलने लगी, महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में भी इजाफा होने लगा है. इसे लेकर पुलिस अधिकारी समीक्षा कर रहे हैं कि आखिर यह अपराध क्यों बढ़ रहे हैं.
लॉकडाउन में मिली छूट के बाद से दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ा अपराध
जानकारी के अनुसार राजधानी में लॉकडाउन के दौरान महिलाओं के साथ होने वाले अपराध में काफी कमी देखने को मिल रही थी. बीते अप्रैल माह में वर्ष 2019 के मुकाबले दुष्कर्म एवं छेड़छाड़ की घटनाएं लगभग 75 फीसदी कम हो गई थीं. पुलिस को आशंका थी कि लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद इसमें बढ़ोत्तरी होगी. लेकिन इसका अंदाजा नहीं था कि यह लॉकडाउन पीरियड से दोगुनी हो जाएंगी. ऐसे में मई महीने में महिलाओं के साथ हुए अपराध ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है.
मई माह में दोगुने हुए महिला अपराध
दिल्ली पुलिस से मिले आंकड़ों के अनुसार बीते अप्रैल माह में जहां दुष्कर्म की 43 वारदातें हुई हैं तो वहीं मई महीने में दुष्कर्म की 69 वारदातें हुई हैं. इनमें भी मई के दूसरे हाफ में ज्यादा 41 वारदातें हुई हैं जब लॉकडाउन में ढील दी गई थी. इसके अलावा छेड़छाड़ की बात की जाए तो बीते अप्रैल माह में छेड़छाड़ की 68 एफआईआर दर्ज हुई हैं. वहीं मई महीने में छेड़छाड़ की 93 एफआईआर दर्ज हुई हैं. मई के पहले हाफ में जहां छेड़छाड़ के 42 मामले सामने आए हैं तो वहीं दूसरे हाफ में 51 मामले सामने आए हैं.
वर्ष 2019 के मुकाबले कम हुए महिला अपराध
दिल्ली पुलिस का कहना है कि बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष महिला अपराधों में काफी कमी आई है. लॉकडाउन खुलने के बाद इसमें बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन बीते वर्ष की तुलना में यह आंकड़ा कम है. पुलिस का कहना है कि वह इन घटनाओं को कम करने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं. ताकि महिलाओं की सुरक्षा बेहतर हो सके. उन्हें उम्मीद है कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध को कम करने में इस वर्ष पुलिस को कामयाबी मिलेगी.