नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र जारी है और बुधवार तक यह सत्र चलेगा. इसकी जानकारी विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही समापन के दौरान दी. सोमवार को शुरू हुए बजट सत्र में नियम 280 के तहत एक दर्जन से ज्यादा आप और भाजपा विधायकों ने अपनी अपनी विधानसभा में चल रही समस्याओं से सदन को अवगत कराया. इसके बाद बजट सत्र 2023-24 पर चर्चा की गई. इसमें आप विधायकों ने इस बजट को दिल्ली के विकास के लिए इसे मील का पत्थर बताया, तो वहीं विपक्ष ने कई खामियां गिनाई.
विधायकों ने सदन में उठाया विधानसभा में समस्या का मुद्दा:आप विधायक हाजी युनुस ने अपनी विधानसभा में सीवर, भू-माफिया, पुलिस की मिलीभगत के संबंध में अध्यक्ष रामनिवास गोयल के सामने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि मेरी विधानसभा में अधिकांश लोग गरीब तबके के रहते हैं. कोई घर बनाना चाहे तो मैटेरियल बाद में आता है. पुलिस पैसा मांगने के लिए पहुंच जाती है. अगर पुलिस को पैसा न मिले तो मकान सील कर देते हैं. एमसीडी वाले को पैसा देना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मेरी गाड़ी पर हमला हुआ. गाड़ी में मेरे परिवार के लोग थे. पुलिस ने एफआईआर की, लेकिन उन्हें जमानत दे दी गई. दिल्ली के अंदर गुंडा माफिया बेखौफ है, जब से दिल्ली में नए एलजी आए हैं. तब से यह हाल हो गया है.
भाजपा विधायक अजय महावार ने कहा कि राजधानी में लगातार आवारा कुत्तों की समस्या बढ़ रही है और यह एक मुख्य मुद्दा बन गया है. लोगों का गली से निकलना मुश्किल हो रहा है. वसंतकुंज में दो सगे भाइयों को कुत्तों ने मार डाला. उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार, 100 से ज्यादा लोगों को कुत्तों काट रहे हैं. भाजपा विधायक अनिल बाजपेई गांधीनगर में नंद नगरी तक कोई बस नहीं चलती हैं. इस संबंध में मुद्दा उठाया.
भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने सीसीटीवी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार कहती है कि दिल्ली में सीसीटीवी का जाल बिछा दिया. विश्वास नगर मेरी विधानसभा में एक भी सीसीटीवी नहीं लग पाया है. यह सरकार का मेरी विधानसभा के प्रति सौतेला व्यवहार है. आप विधायक अजय दत्त ने कहा कि खानपुर में मेट्रो कार्य के चलते बंजारा कैंप की झुग्गियों को तोड़ दिया गया. इन्हें मुआवजा मिलना चाहिए. लोग बहुत दुखी हैं और सड़कों पर हैं.