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टूलकिट मामला: निकिता जैकब के खिलाफ गैर जमानती वारंट, बॉम्बे हाईकोर्ट में ट्रांजिट जमानत अर्जी दाखिल

किसान आंदोलन को समर्थन के दौरान सामने आए टूलकिट मामले में पर्यावरणविद दिशा रवि की गिरफ्तारी हो चुकी है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने उनके करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. वहीं एडवोकेट निकिता जैकब ने ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है.

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Published : Feb 15, 2021, 10:59 AM IST

Updated : Feb 15, 2021, 1:31 PM IST

दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस

नई दिल्ली: किसान आंदोलन को समर्थन के दौरान सामने आए टूलकिट मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने अब अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है. इस मामले में शामिल निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. वहीं एडवोकेट निकिता जैकब ने ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है. न्यायमूर्ति पीडी नाइक मामले को लेकर कल सुनलाई करेंगे.

निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और साइबर सेल टूलकिट मामले की जांच कर रही है. जांच के दौरान यह पता चला कि निकिता जैकब ने टूलकिट में कुछ एडिट किया था और उसे आगे फॉरवर्ड किया था. मामले में निकिता जैकब की संलिप्तता सामने आने के बाद उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है.

ये भी पढ़ें-टूलकिट केस: साइबर सेल ने क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को किया गिरफ्तार

दिशा रवि की हो चुकी है गिरफ्तारी
गौरतलब है कि टूलकिट मामले में साइबर सेल दिशा रवि को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. दिशा रवि एक क्लाइमेट एक्टिविस्ट हैं और टूल किट को एडिट करने और उसे फॉरवर्ड करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार करने के बाद रविवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे पांच दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया था.

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टट्विटर पर मुहिम छेड़ना था मकसद

दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि खालिस्तानी संगठन Poetic Justice Foundation से जुड़े एमओ धालीवाल ने निकिता जैकब से संपर्क किया. इसके लिए कनाडा में ही रहने वाले पुनीत ने मदद की. इनका मक़सद था 26 जनवरी से पहले ट्विटर पर एक बड़ी मुहिम छेड़ना. रिपब्लिक डे से पहले इन सबकी एक ऑनलाइन मीटिंग भी हुई थी. इस मीटिंग में निकिता, धालीवाल के साथ दिशा भी शामिल हुई थी. इनका मकसद किसानों में अफवाहें फैलाना था.

जांच जारी

दिल्ली पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कही 26 जनवरी को ट्रेक्टर रैली के दौरान हुई किसान की मौत को पुलिस की गोली से हुई मौत दिखाने के पीछे भी इन्ही का हाथ था या नहीं. दिशा रवि ग्रेटा को पिछले 3 सालों से जानती थी. दिल्ली पुलिस की टीम 11 तारीख को निकिता के घर गयी थी. जहां उसके घर और कंप्यूटर की जांच की गई उस समय निकिता ने पुलिस को सहयोग करने का वादा किया था लेकिन उसके बाद से ही वह भूमिगत हो गई है.जिसके बाद उसके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी करवाया है.

Last Updated : Feb 15, 2021, 1:31 PM IST

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