नई दिल्ली: यदि अब तक आपने विश्व पुस्तक मेला का दीदार नहीं किया है तो आपके लिए रविवार का दिन आखरी होने वाला है. 25 फरवरी से दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे पुस्तक मेला का समापन रविवार को किया जाएगा. ऐसे में पुस्तक प्रेमियों के लिए रविवार का दिन आखरी है जहां वह पहुंचकर अपनी मन पसंद किताबों का चयन कर खरीद सकते हैं. बता दें कि रविवार को कई प्रकाशक की नई किताबों का विमोचन भी होना है और मेले के आखरी दिन किताबों पर भारी छूट भी दी जाएगी. अगर शनिवार की बात करें तो मेले में पैर रखने की जगह नहीं थी. साथ ही बुक स्टॉल्स के बाहर भी अपनी पसंदीदा किताब खरीदने के लिए पुस्तक प्रेमी को कतारबद्ध देखा गया. अगर पुस्तक प्रेमियों की संख्या की बात करें तो महज शनिवार को 1.75 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे.
रविवार को मेले का आखरी दिन है, ऐसे में यहां पर भारी भीड़ देखने को मिलेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि रविवार को 2 लाख से ज्यादा लोग मेले में शिरकत करने जाएंगे. इसके लिए आईटीपीओ और दिल्ली पुलिस के जवान की अधिक तैनाती रहेगी. एनबीटी की ओर से बताया गया कि शनिवार को दर्जनों किताबों का विमोचन और उनपर परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें सज्जन सिंह यादव की पुस्तक 'भारत की वैक्सीन विकास-गाथा', बीएन जोशी की 'श्रमतनः ए मेमॉयर स्वामी कैलाशानंद गिरि की 'ए रिवर ऑफ मोक्ष: पिलग्रिमेजेज विद द गंगा', बालाजी विट्टल की प्योर एविल: द बैड मैन ऑफ बॉलीवुड और प्रोफेसर शंकर सहाय की 'चंदौसी जंक्शन' प्रमुख रहीं.