नई दिल्ली:दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस वार्ता के दौरान दक्षिणी दिल्ली के शेख सराय के एक निजी स्कूल ए.पी.जे द्वारा अभिभावकों से जरूरत से ज्यादा फीस वसूलने को लेकर कार्रवाई की बात कही है. साथ ही इस कार्यवाई के बहाने प्राइवेट स्कूल के अभिभावकों से अपील की है कि केंद्र में हमारे हाथ मजबूत करने के लिए वोट डालें.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब हमने एपीजे स्कूल की 7 साल की ऑडिट कराई तो 30 करोड़ 85 लाख का सरप्लस निकल कर सामने आया और वही स्कूल ना तो शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग के हिसाब से पैसा दे रहा था न ग्रेच्युटी का लाभ दे रहा था और वहीं दूसरी तरफ हर साल बच्चों की फीस बढ़ा रहा था. इस बार भी स्कूल में ट्यूशन फीस एडमिशन चार्ज जैसे अलग-अलग हेड्स में 10 से 25 प्रतिशत फीस को बढ़ाया गया है.
सिसोदिया ने कहा कि अभिभावक हमारे पास आए और उस स्कूल की शिकायत दर्ज की. जिसके बाद हमने ऑडिट कराया. सिसोदिया ने कहा कि 2018-19 के सेशन में जितनी फीस स्कूल को लेनी चाहिए थी, उससे 2 करोड़ 9 लाख ज्यादा फीस वसूली गई है. हमने स्कूल को आदेश दिया है कि ये 2 करोड़ 9 लाख अभिभावकों को 30 दिन के अंदर लौटाए, या उसे आगे की फीस में कम्पनसेट करें.
इसमें उन्होंने अपने स्कूल का एक्सपेंशन किया और एक इंटरनेशनल स्कूल नाम से उस बिल्डिंग में नया स्कूल खोला. सिसोदिया ने बताया कि जांच में निकल कर सामने आया है कि उस इंटरनेशनल स्कूल के कई हाई लेवल सैलरी वाले लोगों को इसी स्कूल की फीस से भुगतान किया जा रहा है, जबकि इंटरनेशनल स्कूल से जो पैसा आ रहा है वह किसी और के अकाउंट में जा रहा है.
सिसोदिया ने दुग्गल कमेटी की सिफारिशों का जिक्र करते हुए कहा कि उसके अनुसार कोई भी प्राइवेट स्कूल चार हेड में पैसे ले सकते हैं. रजिस्ट्रेशन फीस, ट्यूशन फीस, एनुअल चार्जेज और इसके अलावा अगर एक्स्ट्रा सर्विस या फैसिलिटी स्कूल दे रहा है, तो वह सिर्फ यूजर स्टूडेंट्स से उसके लिए फीस वसूल सकता है, लेकिन उन्होंने हर बच्चे से स्विमिंग, स्केटिंग आदि के लिए चार्ज किया है.
निजी स्कूलों की ओर से फीस बढ़ोतरी को लेकर मनीष सिसोदिया की प्रेस वार्ता बता दें कि दिल्ली सरकार प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ लंबे समय से जांच करवा रही है. अब जांच में शेख सराय के एपीजे स्कूल की अनियमितता सामने आई है, हालांकि इस जांच पर कार्रवाई के बहाने सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों से वोट की भी अपील कर डाली.