नई दिल्ली: पुरानी पेंशन योजना समेत अन्य मांगों को लेकर रविवार दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए. इस शंखनाद महारैली में राज्य व केंद्र के विभिन्न विभागों के कर्मचारी और कई राजनीतिक पार्टियों के लोग भी शामिल हुए, जिन्होंने लोगों को मंच से शपथ दिलाई कि जो पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करेगा उसी को वोट दें.
लागू की जाएगी पुरानी पेंशन योजना:रामलीला मैदान पहुंचे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अगर हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनी तो पुरानी पेंशन स्कीम बहाल कर दी जाएगी. वहीं आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली और पंजाब में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की जाएगी. सरकारी कर्मचारी 40 साल नौकरी करता है, लेकिन उसे पेंशन नहीं मिलती, जबकि दिन सांसद रहने वाले को पेंशन दी जाती है. फिलहाल मैं संसद से बर्खास्त हूं, लेकिन संसद वापस जाने के बाद मैं पुरानी पेंशन स्कीम का मुद्दा फिर से उठाऊंगा.
कांग्रेस ने किया पोस्ट:अखिल भारतीय रेलवे मजदूर संगठन की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी शंखनाद महारैली में शामिल होने के लिए पत्र लिखा गया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे. वहीं I.N.D.I.A. अलायंस के काफी पदाधिकारी रामलीला मैदान पहुंचे. इस महारैली को लेकर कांग्रेस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया गया, जिसमें कहा गया कि सरकारी कर्मचारियों को उनका हक मिलना ही चाहिए.
पुलिस ने बंद किया गेट: दरअसल नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) की ओर से दिल्ली के रामलीला मैदान में इस रैली का आयोजन किया गया. इसमें रेलवे के 18 संगठनों के लोग भी शामिल हुए. महारैली के कारण रामलीला मैदान अन्य इलाकों की सड़कों पर भीड़ के कारण जाम की स्थिति बनी. लोगों की भारी भीड़ के चलते पुलिस को गेट बंद करना पड़ा. यहां सुरक्षा व्यवस्था में सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं.