नई दिल्ली:राजधानी में आज से सस्ता प्याज मिलना शुरू हो गया है. सीएम केजरीवाल ने प्याज से भरी 70 गाड़ियों को रवाना किया. केजरीवाल सरकार भले ही ये दावा कर रही हो कि इस सस्ते प्याज से जनता को फायदा होगा, लेकिन राजनीतिक गलियारों में कुछ और ही चर्चा है. सूत्रों के अनुसार इस योजना में जनता से ज्यादा फायदा सरकार को है.
चली गई थी सुषमा स्वराज की कुर्सी
1998 में दिल्ली विधानसभा का चुनाव होना था. स्व. सुषमा स्वराज उस समय दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं. चुनाव से कुछ दिन पहले प्याज के दाम बढ़े और सुषमा स्वराज को चुनाव में करारी हार हुई. बीजेपी तब से आजतक दिल्ली में दोबारा सरकार बनाने में नाकाम ही रही है.
इस बार भी कुछ-कुछ कहानी 1998 की तरह ही है. साल के अंत में या 2020 की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. आम आदमी पार्टी दिल्ली की कुर्सी बचाने में कोई कसर छोड़ती नहीं दिख रही है. कई फ्री योजनाओं का ऐलान भी हो चुका है. खुद CM केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मोर्चा संभाले हुए हैं. ऐसे में जैसे ही प्याज के दाम बढ़े सरकार ने तुरंत ही सस्ते प्याज के लिए दिन रात एक कर दिया. इस सस्ते प्याज का वितरण भी खास तरीके से हो रहा है. प्याज की गाड़ियां लेकर खुद विधायक अपने-अपने इलाकों में गए हैं.
विधायक कर रहे हैं प्याज का वितरण!
अरविंद केजरीवाल जब इन गाड़ियों को रवाना कर रहे थे, तो उनके साथ कई मंत्री और विधायक मौजूद थे. हरी झंडी दिखाने के बाद ये सभी विधायक गाड़ियों में बैठकर अपनी-अपनी विधानसभा के लिए रवाना हुए. इन्हें प्याज के वितरण की जिम्मेदारी दी गई है.
प्याज की तीन गाड़ियां लेकर अपनी विधानसभा के लिए रवाना हो रहे अंबेडकर नगर से विधायक अजय दत्त, महरौली से विधायक नरेश यादव और आदर्श नगर से विधायक पवन शर्मा से ईटीवी भारत ने बातचीत की.
'जनता के लिए फायदेमंद ये प्याज'