नई दिल्ली:जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन पिछले 2 सप्ताह से लगातार जारी है. बुधवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने एडमिन ब्लॉक पर डेरा डाल दिया. एडमिन ब्लॉक में स्थित कुलपति प्रो एम. जगदीश कुमार के ऑफिस के बाहर लगा उनका नेम प्लेट हटा दिया और गेट पर लिख दिया कि आप हमारे कुलपति नहीं हैं. साथ ही लिखा कि वापस संघ की शाखा में चले जाएं. इसके अलावा छात्रों ने उनके ऑफिस की दीवार पर सेल्फी प्वाइंट लिख दिया है.
JNU वीसी ऑफिस के बाहर छात्रों ने किया प्रदर्शन 'संघ में वापस जाएं'
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार अपने ऑफिस में बैठ ही नहीं रहे हैं. उनसे छात्र कई दिनों से मुलाकात करने की कोशिश कर रहे हैं. अब थक हार कर छात्रों ने अपने विरोध के रूप में उनके ऑफिस के बाहर जो लिखा है वह बिल्कुल सही है क्योंकि वह अगर हमारे कुलपति होते तो हमसे मुलाकात करते लेकिन दो सप्ताह से हम सब अपने कुलपति से मिलने के लिए दर-दर उनकी तलाश में भटक रहे हैं लेकिन उनका पता नहीं लग रहा है. जिसके बाद अब उनके ऑफिस के बाहर छात्रों ने लिखा कि आप हमारे कुलपति नहीं हैं संघ में वापस जाएं.
JNU वीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन के दौरान छात्र 'वीसी छात्रों से मुलाकात नहीं करते हैं'
वहीं एक अन्य छात्र ने कहा कि जो लिखा है वह ठीक लिखा है. क्योंकि अगर वह हमारे कुलपति होते तो हम छात्रों से मुलाकात करने के लिए जरूर आते और वह इतने दिनों से चले आ रहे प्रदर्शन का कुछ ना कुछ समाधान निकालते. उनके ना मिलने की वजह से छात्र आक्रोश में आकर यह सब लिख रहे हैं. सभी छात्र ने कहा कि कुलपति को चाहिए कि वह छात्रों से आकर बात करें लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह छात्रों से मिलना ही नहीं चाहते हैं. इसके अलावा छात्र ने कहा कि विश्वविद्यालय में कुछ भी नया होता है कुलपति ट्वीट कर देते हैं लेकिन छात्रों से मुलाकात नहीं करते हैं.
एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक पर उठाए सवाल
वहीं एक दूसरे छात्र ने कहा कि एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक होने वाली थी जो कि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की गई थी लेकिन आनन-फानन में कमेटी की बैठक की जगह बदल दी जाती है इससे प्रतीत होता है कि प्रशासन छात्रों से किस तरह से डरा हुआ है. लेकिन हैरानी की बात है एक तरफ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री छात्रों से मुलाकात कर उन्हें इस पूरे मामले का समाधान करने के लिए आश्वासन देते हैं तो दूसरी ओर कुलपति के पास छात्रों से मिलने का समय नहीं होता है.
वीसी जब तक नहीं मिलेंगे प्रदर्शन जारी रहेगा
एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में लिए गए फैसले पर छात्रों ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह कोई अमेजॉन और फ्लिपकार्ट की ऑनलाइन सेल नहीं है जो कि हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस में छात्रों को 10 से 5 प्रतिशत की छूट दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन जब तक 28 अक्टूबर को जारी किए गए अपने फैसले को वापस नहीं लेता है और कुलपति खुद आकर छात्रों से मुलाकात नहीं करते हैं प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा.