नई दिल्लीःअपराध की दुनिया का चर्चित बदमाश काला जठेड़ी अब पुलिस की गिरफ्त में है. वह लगभग दो साल से फरार चल रहा था और उस पर सात लाख रुपये का इनाम घोषित था. दिल्ली पुलिस ने हाल ही में उसके गैंग पर मकोका के तहत मामला दर्ज किया था. इस मामले में उसके साथी लॉरेंस बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया था. हरियाणा में जन्मा काला जठेड़ी देश ही नहीं विदेश में भी चर्चित हो चुका था और उसके गुर्गे हरियाणा-राजस्थान और उत्तराखंड आदि राज्यों में लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे थे.
डीसीपी मनीषी चंद्रा के अनुसार गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी फरीदाबाद से पुलिस हिरासत से फरार हुआ था. इसके बाद से लगभग दो दर्जन से ज्यादा हत्याओं में उसका हाथ था. वह देश ही नहीं बल्कि थाइलैंड और बैंकाक सहित दूसरे देशों से भी अपराध को अंजाम दे रहा था.
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हाल ही में काला जठेड़ी गैंग तब सुर्खियों में आया था, जब सागर हत्याकांड मामले में गिरफ्तार पहलवान सुशील ने काला जठेड़ी गैंग से खुद की जान को खतरा बताया था. दरअसल सागर की हत्या के समय सुशील ने जिस सोनू को पीटा था, वह लारेंस बिश्नोई का रिश्तेदार है. इसके साथ ही वह हत्या के एक मामले में काला जठेड़ी के साथ शामिल रहा है.
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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ ही अन्य राज्यों की पुलिस भी काला जठेड़ी की तलाश कर रही थी. इसी बीच दिल्ली की स्पेशल टीम को सूचना मिली थी कि काला जठेड़ी सहारनपुर में छिपा हुआ है. जिस पर टीम ने छापा मारा और काला जठेड़ी को गिरफ्तार कर लिया.
संदीप उर्फ काला जठेड़ी का जन्म हरियाणा के सोनीपत में एक साधारण परिवार में हुआ था. 12वीं कक्षा तक पढ़ने के बाद वह केबल ऑपरेटर का काम करता था. जून 2009 में उसने रोहतक में लूट के दौरान हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद रंजिश के चलते मार्च 2010 में सोनीपत के गोहाना में उसने हत्या को अंजाम दिया और फिर उसने एक के बाद एक 13 हत्या की वारदातों को अंजाम दे डाला.
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शुरुआत में तो इस गैंग का बेस हरियाणा था लेकिन जैसे-जैसे इनके साथ बदमाश जुड़ते गए. इनके अड्डे पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और दिल्ली बन गए. दिल्ली में इन्होंने हत्याओं की 10 वारदातों को अंजाम दिया है. पुलिस का मानना है कि नीरज बवाना समेत जितने भी गैंगेस्टर है, वो सब अभी जेल में बंद है इसलिए काला जठेड़ी दिल्ली में अपना वर्चस्व बढ़ाने में जुटा था.
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काला जठेड़ी (Kala Jatheri) की मुलाकात लॉरेन्स बिश्नोई गैंग को हरियाणा में ऑपरेट करने वाले कुख्यात बदमाश संपत नेहरा से हुई. उसके बाद उसने लॉरेन्स बिश्नोई गैंग में सोनीपत के ही रहने वाले राजू बसोदी व अक्षय पलड़ा के साथ-साथ कई नामी बदमाशों की एंट्री उत्तर भारत के सबसे बड़े गिरोह में करवाई.
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दिल्ली एनसीआर में दहशत फैला कर बड़े-बडे उद्योगपतियों से वसूली करने का जिम्मा काला जठेड़ी (Kala Jatheri) ने बखूबी निभाया, लेकिन इसी बीच हरियाणा एसटीएफ ने थाईलैंड से इस गैंग के मुख्य शूटर राजू बसोदी को गिरफ्तार कर लिया तो इनके गैंग की मजबूती दिल्ली एनसीआर में खत्म होने लगी. काला जठेड़ी (Kala Jatheri) को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि गैंग के साथियों ने फरीदाबाद पुलिस की कस्टडी से काला जठेड़ी (Kala Jatheri) को फरार करा दिया था.
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कुछ ऐसा ही मिलती जुलती कहानी लॉरेंस बिश्नोई की भी है. वो भी इस गैंग का आका ही है. लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी नाम से फेसबुक पेज भी बना हुआ है. इस पेज पर वह गैंग द्वारा किये गए अपराध को भी अपडेट करते थे. जेल में पेशी से लेकर किसी अन्य जगह पर जाने का वीडियो भी वह फेसबुक पेज पर अपडेट होता था.
लोगों के बीच दहशत फैलाने के लिए वह हत्या के कुछ वीडियो भी वायरल करते थे.. जबरन उगाही के लिए जब वह गोली चलाते तो इसकी वीडियो भी बनाते थे. इस गैंग में 100 से भी ज्यादा बदमाश हैं. जिसकी वजह से गैंग पर पूरी तरह लगाम लगाना भी आसान नहीं है लेकिन जिस तरह से इस गैंग के आकाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है, इनके गुर्गों को भी जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना असंभव नहीं है.