नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के बाद राजधानी दिल्ली में बिजली उपभोक्ता बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं. जिससे बिजली वितरण कंपनियों की परेशानी बढ़ गई है.
उपभोक्ताओं द्वारा बिल का भुगतान नहीं करने से परेशान बिजली कंपनियां बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस ने दिल्ली सरकार के ऊर्जा सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि मार्च महीने में लॉकडाउन की घोषणा होते ही उपभोक्ताओं द्वारा बिल का भुगतान लगभग बंद है. कंपनी नकदी की कमी से जूझ रही है. इसलिए दिल्ली सरकार सब्सिडी की राशि, दिल्ली की जनता से बिजली बिल का भुगतान सुनिश्चित कराएं. यह राशि सीधे वितरण कंपनी को भेजें.
बिल भुगतान के लिए सरकार करे पहल
बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस द्वारा दिल्ली सरकार के ऊर्जा सचिव को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सब्सिडी की राशि को दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड और दो अन्य सरकारी कंपनी को दे दिया जाता है. अभी बकाया वसूली कर दिल्ली सरकार सब्सिडी की राशि सीधे बीएसएस को दें तो कंपनी का काम बनेगा. इससे कंपनी के कामकाज का खर्चा चलेगा.
बिजली वितरण कंपनी को लोन दिलाने में मदद करें सरकार
बीएसईएस ने सरकार से लोन दिलाने में मदद की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता से आग्रह किया जाए लोग बिजली बिल का भुगतान करें. कंपनी ग्राहक को ऐसे मैसेज भेजें कि वे बकाया बिल भेज पाए.
बता दें कि बीएसईएस यमुना का दिल्ली के घरेलू उपभोक्ताओं पर अब तक कुल 21. 32 करोड़ रुपये, दिल्ली पुलिस पर 4.1 करोड़, दिल जल बोर्ड पर 3.5 करोड़, दिल्ली नगर निगम पर 6.10 करोड, डूसिब पर 3. 42 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग पर 2.5 करोड़, डीडीए पर 0.2 करोड़ रुपये बकाया है. कुल बकाया राशि तकरीबन 25 करोड़ रुपये है. कंपनी ने दिल्ली सरकार से गुहार लगाई है बिजली बिल का हर महीने समय पर सुनिश्चित कराएं.