नई दिल्लीःकोरोना काल बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो इसके लिए सरकार द्वारा ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से छात्रों को पढ़ाने का तरीका अपनाया गया है. जिसके चलते अभिभावक और बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन अब यही ऑनलाइन क्लास बच्चों के स्वास्थ्य पर भी असर डाल रही है.
ऑनलाइन क्लासेस से छात्रों को हो रही दिक्कत जब ईटीवी भारत को इस बात की जानकरी मिली, तो हमारी टीम ने तुरंत द्वारका के कुछ बच्चों से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें सिर्फ पढ़ने में ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो रही है. जैसे सर में दर्द, आंखों से आंसू आना, वीकनेस आदि.
'सर और आंखों में होता है दर्द'
12वीं कक्षा में पढ़ने वाली रोशनी ने बताया कि सरकार द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन क्लासेस की वजह से, उनके सर में और आंखों में काफी दर्द होता है. इसके अलावा आंखों में जलन होने से भी पढ़ाई नहीं हो पाती है और दिन भर कुछ भी काम करने में जी नहीं लगता.
'नहीं होता है स्कूल जैसा माहौल'
वहीं मधु विहार में रहने वाली यशवनी ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस से काफी नुकसान हो रहा है. क्योंकि उस दौरान बच्चों को घर में पढ़ने के लिए स्कूल जैसा माहौल उपलब्ध नहीं हो पाता. वहीं बच्चे कैसे पढ़ रहे हैं, इस बात से टीचर को कोई फर्क नहीं पड़ता. ऐसे में उन्होंने सरकार से कहा कि वह या तो रेगुलर क्लास शुरू करें या फिर अल्टरनेटिव क्लास शुरू करें. लेकिन जल्द से जल्द ऑनलाइन क्लासेस को खत्म करें.
'बार बार होता है नेटवर्क इश्यू'
नेटवर्क इश्यू ले परेशान ध्रुव ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस के दौरान उन्हें सबसे बड़ी समस्या नेटवर्क की आती है. क्योंकि जब भी वह पढ़ाई करते हैं, तो उनका नेटवर्क चला जाता है. जिसकी वजह क्लास के दौरान उनका सिलेबस सेगमेंट भी छूट जाता है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि वह अपने कन्फ्यूजन भी टीचर से क्लियर नहीं कर पाते, जिसकी वजह से उनका सिलेबस रह जाता है.
हो रहा है पढ़ाई का नुकसान
ऑनलाइन क्लासेस के चलते बच्चों को हो रही दिक्कतों और परेशानियों के चलते छात्र सरकार से यह गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द उनकी रेगुलर क्लासेस शुरू की जाए. क्योंकि ऑनलाइन क्लासेस में या तो उन्हें इंटरनेट संबंधी समस्याएं आती है या फिर स्वास्थ्य संबंधी समस्यओं से जूझना पड़ रहा है. दोनों ही सूरत में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.