नई दिल्ली: राजधानी सहित देशभर में 17 मई से लॉकडाउन 4.0 शुरू हो चुका है. दिल्ली सरकार की तरफ से मेट्रो को छोड़ अन्य सभी सार्वजनिक परिवहनों को शुरू किया जा चुका है. कारोबार से लेकर अपराध भी राजधानी में होने लगे हैं. मजदूरों को उनके घर भेजा जा रहा है. इनकी वजह से पुलिस की चुनौतियां काफी बढ़ गई हैं. उन्हें अपना भी बचाव करना है और लॉकडाउन का पालन कराने के साथ अपराधियों को भी पकड़ना है.
लॉकडाउन 4 में अपराधी हुए सक्रिय
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त एसीपी वेद भूषण ने बताया कि लॉकडाउन 4.0 में सरकार ने सार्वजनिक परिवहन से लेकर हवाई सेवा तक को शुरू कर दिया है. अधिकांश बाजार खुल चुके हैं. लोगों की भीड़ और गाड़ियां आम दिनों की तरह सड़कों पर नजर आने लगी है. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना बेहद ही मुश्किल है. सबसे बड़ी बात है कि कानून में इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई सख्त एक्शन लेने का प्रावधान नहीं है. ऐसे में लोगों को खुद ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. पुलिस के लिए ये आसान नहीं है.
जेल से निकले अपराधी, बढ़ने लगे अपराध
सेवानिवृत्त एसीपी वेद भूषण ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते जमानत और पैरोल पर बड़ी संख्या में कैदी जेल से छोड़े गए हैं. लॉकडाउन 4 में अभी मिली छूट के बाद इनमें से कई बदमाश वारदात करने लगे हैं. राजधानी में लूट और झपटमारी की वारदातों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है. कुछ वारदातों में पकड़े गए आरोपी हाल ही में जेल से छूटकर आये थे. ऐसे अपराधियों को पकड़ना, उनके खिलाफ साक्ष्य जुटाना, आरोप पत्र दाखिल करना सब काम एक बार फिर पुलिस को करने पड़ रहे हैं. इसके साथ ही श्रमिकों को घर भेजने के लिए चलाई जा रही ट्रेन तक उन्हें पहुंचाने का काम भी पुलिस ही कर रही है.
'सरकार निकाले बीच का रास्ता'
सेवानिवृत एसीपी वेद भूषण ने सरकार से मांग की है कि वो कोई बीच का रास्ता निकालें. इससे राजधानी में कारोबार भी धीरे-धीरे चल सके और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवाया जा सके. इससे आम जनता भी सुरक्षित रहे और पुलिस के जवान भी सुरक्षित रहें. राजधानी में अभी तक 434 पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जो बेहद चिंता का विषय है.