नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा गुरुवार को किसानों के मुद्दे के लिए गठित दिल्ली सरकार के वकीलों के पैनल को खारिज कर दिया गया था. जिसके बाद शुक्रवार को दिल्ली कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई गई थी. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दोबारा से दिल्ली सरकार के वकीलों के पैनल के संबंध में प्रस्ताव उपराज्यपाल के पास भेजा जाएगा. इस संबंध में आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उपराज्यपाल एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं. हमें पूरा विश्वास है कि वह अपने विवेक का प्रयोग करते हुए कैबिनेट द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर नए सिरे से विचार करेंगे.
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उपराज्यपाल एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं. वह किसी भी चीज के लिए अपना मन नहीं बना सकते हैं. जिस तरह से कहा जाता है कि राष्ट्रपति किसी बिल को खारिज कर देते हैं तो संसद द्वारा उसे दोबारा भेजा जाता है. उसमें संसद अपनी मंशा जाहिर कर रही होती है. वह बिल अगर दोबारा भेजा जा रहा है तो यह नहीं कहा जा सकता कि राष्ट्रपति उसे दोबारा खारिज कर देंगे.
दिल्ली कैबिनेट द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर पुनर्विचार करें दिल्ली के उपराज्यपाल: सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभा भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली कैबिनेट की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर दिल्ली के उपराज्यपाल अपने विवेक से पुनर्विचार करें.
सौरभ भारद्वाज
ये भी पढ़ें-Farmers Protest: वकीलों के पैनल मुद्दे पर केजरीवाल Vs उपराज्यपाल
उपराज्यपाल इस बिल को खारिज कर चुके हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि दिल्ली के उपराज्यपाल अपने विवेक का प्रयोग करते हुए दिल्ली कैबिनेट द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर नए सिरे से विचार करेंगे.