नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के आसपास के इलाके में जहां पराली जलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बाबत केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेडकर को खत लिखा है. उन्होंने पत्र में मांग की है कि वह बढ़ते प्रदूषण को लेकर ठोस कदम उठाएं.
सीएम केजरीवाल ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को लिखे पत्र को तीन सवालों पर केंद्रित रखा है. जिसमें उन्होंने मांग की है कि बढ़ते प्रदूषण पर मिलकर काम करें. जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर असर ना पड़े.
पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश पर उठाए सवाल
सीएम केजरीवाल ने अपने पत्र में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के लिए मशीनों पर भी सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि पंजाब के किसानों के लिए 33075, हरियाणा के किसानों के लिए 11941 और यूपी के किसानो के लिए 18706 मशीनें हर साल 2018-19 के दौरान केंद्र की ओर से प्रदान की गईं. वहीं चालू साल 2019-20 के दौरान, केंद्र सरकार ने इन तीन राज्यों के लिए 24214, 14677 और 7418 मशीनों को मंजूरी दी है.
केंद्रीय मंत्री से किए तीन सवाल -
- स्टबल बर्निंग के पूर्ण रोकथाम के लिए इन तीन राज्यों में से प्रत्येक की आवश्यक मशीनों की कुल संख्या क्या है?
- केंद्र इन मशीनों को वार्षिक किस्तों में क्यों दे रहा है? इस तरह केंद्र कितने सालों में आपेक्षित मशीनों को इन राज्यों को प्रदान कर देगा, कब तक दिल्ली के लोगों का पराली के धुंए से मुक्ति मिल पाएगी?
- क्या उन क्षेत्रों में मशीनों के प्रभाव का आकलन किया गया है, जहां किसान इन मशीनों का उपयोग कर रहे हों और उन्होंने पराली जलाना बंद कर दिया है?