नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम की 5 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. 28 फरवरी को वोटिंग है. इस उपचुनाव को 2022 के MCD चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है. आप के साथ ही कांग्रेस और भाजपा ने इन सीटों पर अपना पूरा दमखम लगा दिया है.
विधायकों से सांसदों तक प्रचार करने पहुंचे हैं. यह सीटें आम आदमी पार्टी के लिए साख का सवाल जरूर हो सकती हैं, क्योंकि इनमें से 4 सीटें पर पिछले MCD चुनाव में आप ने जीत दर्ज की थी, लेकिन यह जानना दिलचस्प होगा इन 5 सीटों में से 4 पर उपचुनाव इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि यहां के पार्षद विधायक बन गए हैं. जबकि शालीमार शीट के पार्षद की मृत्यु हो गई थी.
त्रिलोकपुरी के पार्षद रोहित महरोलिया बने विधायक
त्रिलोकपुरी वार्ड दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के बाद से ही खाली है. 2017 निगम चुनाव के दौरान इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा किया था. 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने राजू धींगवान का टिकट काट कर त्रिलोकपुरी के पार्षद रोहित महरोलिया को चुनाव लड़वाया था.
रोहित महरोलिया ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी के किरण वैध को हराया था और विधायक बने थे. रोहित महरोलिया के विधायक बनने से ही त्रिलोकपुरी वार्ड की सीट खाली हुई थी.
चौहान बांगर के पार्षद अब्दुल रहमान बने विधायक
चौहान बांगर वार्ड दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के बाद से ही खाली है. 2017 निगम चुनाव के दौरान इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा किया था. 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने इशराक खान का टिकट काट कर चौहान बांगर के पार्षद अब्दुल रहमान को चुनाव लड़वाया. अब्दुल रहमान ने इस सीट पर मतीन अहमद को हराया था और विधायक बने थे.