नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले सरकार पर विपक्ष में जुबानी तीर तेज होते जा रहे है. इसी कड़ी में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा की भाजपा दिल्ली के मुख्य चुनाव आयुक्त तथा पुलिस आयुक्त से मिलकर अरविंद केजरीवाल और सांसद संजय सिंह के खिलाफ चुनाव आयोग और पुलिस के काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में तुरंत कानूनी कार्रवाई की मांग करेगी.
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस को निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव कराने से रोक रही है. दोनों संस्थाओं को चुनाव व्यवस्था को लेकर अपने दायित्वों के निर्वहन में बाधा पहुंचाई जा रही है.
विजेंद्र गुप्ता की प्रेस कॉन्फ्रेंस बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल ने संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग को भाजपा का बताया और कहा कि उनसे इस तरह के गलत और गंदे काम मत करवाइए. उनका यह आरोप अत्यंत शरारत पूर्ण और कुटिल है कि उनके दो कॉल सेंटरों पर अमित शाह ने दिल्ली पुलिस की रेड कराई.
आप सांसद संजय सिंह का मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा गया पत्र झूठ का पुलिंदा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि भाजपा नेताओं के इशारे पर दिल्ली पुलिस काम कर रही है. आम आदमी पार्टी की यह राजनीतिक साजिश है कि चुनाव व पुलिस अधिकारियों को डराया धमकाया जाए. दिल्ली पुलिस मुख्य चुनाव अधिकारी के निर्देश पर कॉल सेंटरों के विरुद्ध गुमराह करने वाले दुष्प्रचार पर कार्रवाई कर रही है. उन्होंने सबूत के तौर पर पेश कॉन्फ्रेंस में एक ऑडियो रिकॉर्डिंग क्लिप प्रस्तुत की. जिसमें बोलने वाली महिला ने कहा कि वे आम आदमी पार्टी से बोल रही हैं आपका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया है और केजरीवाल उसे जुड़वा रही हैं.
दिल्ली पुलिस पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर उसे अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोक रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में आम आदमी पार्टी द्वारा वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने को लेकर गंभीर राजनीतिक साजिश चल रही है और झूठा प्रोपेगेंडा कर रही है. नेता विपक्ष ने कहा कि केजरीवाल का पहला झूठ यह है कि भाजपा ने 30 लाख वोट कटवा दिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में उनके झूठ का पर्दाफाश हो चुका है. उनके मंत्री इमरान हुसैन ने सदन में जो आंकड़े प्रस्तुत किए थे उसके अनुसार पिछले 4 सालों में तकरीबन 7 लाख नए नाम जोड़े गए हैं. परंतु आज तक उनके कॉल सेंटर लोगों को फोन करके यही जानकारी दे रहे हैं कि 30 लाख वोटर कार्ड दिए गए हैं और केजरीवाल उनका कटा हुआ नाम जुड़ जाएंगे. वे यह झूठ बोलकर दिल्ली के वोटरों की सहानुभूति बटोरने चाहते हैं.
दूसरा झूठ यह है कि वह कह रहे हैं कि हमने वोट जुड़वा दिए. जबकि चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि चुनाव आयोग के अलावा कोई भी व्यक्ति वोटर लिस्ट में नाम कटवाया जुड़वा नहीं सकता है. नाम जोड़ने और काटने की संवैधानिक प्रक्रिया होती है. इसको केजरीवाल या आम आदमी पार्टी किसी का नाम भी नहीं जुड़वा सकते. आम आदमी पार्टी नागरिकों को गुमराह कर रही है. नेता विपक्ष ने मांग की कि चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस आयुक्त को गैरकानूनी रूप से इकट्ठा किया गया डाटा जब्त करना चाहिए और आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में कार्रवाई करनी चाहिए.