नई दिल्ली:मिलेट(बाजरा) को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने बुधवार को 'एआईसीटीई मिलेट रेसिपी अनलीशिंग टैलेंट (AMRUT) प्रतियोगिता को लॉन्च किया. इसमें एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों के छात्र, शिक्षक और सहायक कर्मचारी मिलेट से तैयार अपने नवीन और पारंपरिक व्यंजनों के साथ भाग ले सकते हैं. इसमें देश के अलग अलग क्षेत्रों से प्रतिभागी शामिल होंगे. इसलिए विभिन्न क्षेत्रों में मिलेट से बने व्यंजनों का स्वाद और उससे जुड़ी परंपराएं देखने को मिलेंगी.
खानपान को लेकर एआईसीटीई की ओर से पहली बार इस तरह की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. भारत में इंटरनेशनल मिलेट इयर-2023 के दौरान स्वास्थ्य, पर्यावरण और आर्थिक विकास पर मिलेट के लाभ के बारे में जागरूक किया गया. इसे देखते हुये इस प्रतियोगिता का उद्देश्य मिलेट की खपत को प्रोत्साहित करना और इससे बने उत्पाद के लिए एक बड़ा बाजार तैयार करना है.
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इस अवसर पर एआईसीटीई अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने बाजरा के उत्पादन और खपत को बढ़ावा देने के लिए सरकारी नीतियों और बाजार के नवाचारों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मिलेट से किसानों, उपभोक्ताओं और पर्यावरण को कई लाभ होते हैं. वैश्विक खाद्य-पोषण सुरक्षा में भी इसका अहम योगदान है. बाजरा छोटा, लेकिन पौष्टिक, फाइबर से भरपूर और शरीर को शक्ति देने वाला अनाज है.