नई दिल्ली: जेएनयू कैंपस में एडीजीपी के विरोध मे छात्रों ने प्रदर्शन किया और गंगा ढाबा से साबरमती तक पैदल मार्च निकाला. इनका आरोप है कि फैकल्टी में बैठे कई ऐसे सदस्य हैं जो नए छात्रों को जेआरएफ के माध्यम से ले रहे हैं. जेआरएफ यानी जूनियर रिसर्च फैलोशिप इसके अंतर्गत जो छात्र आते हैं उन्हें एंट्रेंस एग्जाम नहीं देना पड़ता है.
उन्हें सिर्फ इंटरव्यू द्वारा चुना जा रहा है. एबीवीपी के छात्रों का आरोप है कि लेफ्ट विचारधारा के फैकेल्टी मेंबर तमाम ऐसे स्कूल और सब्जेक्ट में लेफ्ट विचारधारा के छात्रों को ही एडमिशन दे रहे हैं. बीते सालों में कई स्कूल शत प्रतिशत जेआरएफ द्वारा छात्रों को एडमिशन दिया गया है. इनका कहना है ऐसा करने से पिछड़े या अति पिछड़े या जो एडमिशन के लायक है, जिनके एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे नंबर हैं उन्हें एडमिशन नहीं दिया जा रहा है.
90 फीसदी छात्रों को मिले प्रवेश परीक्षा से एडमिशन
जेएनयू के छात्रों ने कहा कि हम लोग इस प्रदर्शन को लगातार बढ़ाते रहेंगे और एडमिशन पॉलिसी कमेटी जो बनेगी उन्हें अपना मेमोरेंडम देंगे कि छात्रों के एडमिशन में 90% एंट्रेंस एग्जाम द्वारा छात्रों को एडमिशन दिया जाए. इससे जो लायक और काबिल छात्र होंगे उन्हें जेएनयू में पढ़ने का मौका मिलेगा.
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