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'जब विधानसभा चुनाव का समय आया तो स्वास्थ्य मंत्री को दिल्ली के लोगों की सेहत की चिंता हो रही है'

स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभालते ही डॉ. हर्षवर्धन ने उन सभी राज्यों को चिट्ठी लिखी थी, जिनमें आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं है. इसमें दिल्ली भी शामिल है, जिसे लेकर सीएम केजरीवाल भी डॉ हर्षवर्धन वापस उन्हें पत्र लिखकर जवाब दे चुके हैं.

सौरभ भारद्वाज ने हर्षवर्धन पर बोला हमला

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Published : Jun 9, 2019, 10:40 PM IST

नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभालते ही डॉ. हर्षवर्धन ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिख कर आयुष्मान भारत योजना लागू करने की बात कही थी. जवाबी चिट्ठी में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार की जो स्वास्थ्य व्यवस्था है, वो आयुष्मान भारत योजना से अच्छी है इसलिए इसे दिल्ली में लागू नहीं कर सकते.

जिसके बाद डॉ. हर्षवर्धन का जवाब आया. उन्होंने लिखा कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के लोगों की चिंता नहीं है. अब आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

'5 साल बाद दिल्ली के लोगों की चिंता'
सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि 'पांच साल तक केंद्र में सरकार चलाने और केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री के बाद, अब जब दिल्‍ली का चुनाव आ रहा है, तो हर्षवर्धन साहब को दिल्‍ली के लोगों की सेहत की चिंता हो रही है. एक स्कीम वो लेकर आए हैं, जिसे वो दिल्‍ली के ऊपर थोपना चाहते हैं.'

सौरभ भारद्वाज ने हर्षवर्धन पर बोला हमला
हर्षवर्धन पर हमले के बाद सौरभ भारद्वाज ने आयुष्मान भारत योजना को लेकर वो सभी बातें कही हैं, जो अरविंद केजरीवाल ने अपने जवाब में कहीं थीं. उन्होंने बताया कि किस तरह से ये योजना उन लोगों पर लागू नहीं होती, जिनके पास अपना गैस सिलेंडर है, स्कूटर है और महीने की इनकम 10 हजार से ज्यादा है.

सौरभ भारद्वाज ने हर्षवर्धन पर बोला हमला

साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दिल्‍ली के अंदर कई सालों से दिल्‍ली सरकार मुफ्त में इलाज करा रही है. इसके अलावा अगर दिल्ली के सरकारी अस्पताल में सर्जरी में 30 दिन से ज्यादा का वक्त लगता है तो दिल्ली सरकार, निजी अस्पताल मुफ्त इलाज करवाते हैं.

'बाहर से आते हैं मरीज'
सौरभ ने ये भी कहा कि आयुष्मान भारत योजना हरियाणा और उत्‍तर प्रदेश में काफी दिनों से लागू है, जहां बीजेपी की सरकार है. अगर ये स्कीम इतनी अच्‍छी है, तो लोगों को दिल्‍ली के सरकारी अस्‍पतालों में क्यों आना पड़ता है.

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