नई दिल्ली:दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (Anti Corruption Branch) की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि फर्जी श्रमिकों को आप सरकार के श्रम विभाग ने 900 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित कर दी है. दिल्ली बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड (DBOCWWB) के तहत कर्मचारियों का फर्जी पंजीकरण पाए जाने के बाद 2018 में एसीबी ने मामला दर्ज किया था.
22 सितंबर को DBOCWWB के सदस्यों ने बोर्ड में कथित अनियमितताओं को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक आवेदन प्रस्तुत किया था. इसके बाद एलजी ने मुख्य सचिव को इस संबध में जांच करने और एक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था.
एंटी करप्शन ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली सरकार की एसीबी द्वारा प्रारंभिक जांच में श्रम विभाग द्वारा फर्जी श्रमिकों को 900 करोड़ रुपये के धन की गड़बड़ी पाई गई है. दिल्ली बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड (DBOCWWB) द्वारा ऐसे श्रमिकों के रूप में पंजीकृत कुल 17 लाख व्यक्तियों में से निर्माण श्रमिकों के रूप में शामिल व्यक्तियों के केवल 800 रैंडम पंजीकरण फॉर्मों की जांच में 424 फॉर्मों में त्रुटियां पाई गई हैं.