नई दिल्ली: अगर आपके बच्चे भी मोबाइल में गेम खेलते हैं. तो आपको चौकन्ना रहने की जरूरत है. उत्तराखंड की रहने वाली 10वीं कक्षा की एक छात्रा ने अपनी मम्मी के मोबाइल में जो गेम खेला उसे वास्तविक जीवन में जीने के लिए घर छोड़कर निकल गई.
गेम को खेलते हुए वह 17 दिनों तक अलग-अलग राज्यों में घूमती रही. 18वें दिन वह दिल्ली पुलिस को कमला मार्किट इलाके में मिली. पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया है.
भाई से मिलने आने का बनाया बहाना
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि बीते 18 जुलाई की रात कमला मार्किट थाने के पुलिसकर्मी गश्त कर रहे थे. इस दौरान अजमेरी गेट के पास उन्होंने एक किशोरी को अकेले घूमते हुए देखा.
पुलिसवालों ने बच्ची से अकेले खड़े होने के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह अपने भाई से मिलने आई है. उसका भाई मेडिकल की पढ़ाई करता है.
पुलिस को उसकी बात पर शक हुआ तो उन्होंने बच्ची से उसके परिजनों का मोबाइल नंबर मांगा. उन्होंने जब परिजनों से बात कि तो पता चला कि वह 18 दिन पहले चुपचाप घर छोड़कर निकल गई है.
गेम को जीने के लिए निकल पड़ी किशोरी
किशोरी ने पुलिस को बताया कि वह दसवीं कक्षा की छात्रा है. कुछ दिनों पहले उसने अपनी मम्मी के मोबाइल में कोरियाई 3डी ड्राइविंग गेम टैक्सी 2 डाउनलोड कर खेलना शुरु किया था. इस गेम में टैक्सी किसी भी शहर में ज्यादा देर नहीं रुकती और वह लगातार अपना ठिकाना बदलती रहती है.