नई दिल्ली:दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव के बाद बुलाई गई निगम की बैठक में भी जबरदस्त हंगामा हुआ. बैठक 15 मिनट तक स्थगित करने के बाद फिर से शुरू की गई. इसके बावजूद नारेबाजी चलती रही. इस बीच एजेंडा और प्रस्ताव पास कर मेयर शैली ओबरॉय ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे शुरू हुई, जिसके बाद वहां पहुंचे भाजपा पार्षदों ने पोस्टर बैनर लहराते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. भाजपा पार्षदों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग की. वहीं, आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने भी जंतर मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानें के मुद्दे को लेकर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की.
इस बीच मेयर ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए सभी पार्षदों को 2 मिनट का मौन रखने के लिए कहा, लेकिन इसके बाद दोनों ही पक्षों की तरफ से फिर से नारेबाजी की जाने लगी. मेयर ने हंगामा बढ़ता देख सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी. 15 मिनट बाद कार्यवाही फिर शुरू की गई लेकिन हंगामा शांत नहीं हुआ. इस बीच एजेंडा और प्रस्ताव पास कर मेयर शैली ओबरॉय ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया. कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाजपा पार्षद मेयर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और कार्यवाही फिर से शुरू करने की मांग करने लगे. बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए शैली ओबरॉय ने कहा कि निगम, कर्मचारियों और पार्षदों को लेकर कई प्रस्ताव और एजेंडा लाए गए थे, जिस पर बहस होनी थी. लेकिन भाजपा पार्षदों ने सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी.
भाजपा पार्षदों को जनता के मुद्दों से कोई लेना देना नहीं है. जब भी जनता के हित के लिए बैठक बुलाई जाती है, भाजपा पार्षद सदन चलने नहीं देते है. उन्होंने बताया कि टोल टैक्स से जुड़े एक एजेंडे को रेफर बैक किया गया और एक एजेंडे को कमिश्नर ने वापस ले लिया. बाकी सभी 9 एजेंडे /प्रस्ताव को पास कर दिया गया है. इसमें शिक्षा समिति, स्पेशल कमेटी, स्कूली बच्चों के स्टेशनरी, बच्चों के नोटबुक, दवाइयों की सप्लाई, कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों, पार्षदों को मिलने वाली सुविधाओं के एजेंडे को पास किया गया .