नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा प्राधिकरण के खाते में सेंधमारी कर तीन करोड़ 90 लाख रुपये निकालने के मामले में सेक्टर-58 थाने की पुलिस ने शनिवार को गिरोह के एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी गिरोह के सरगना मनु भोला का करीबी है. सरगना की तलाश में पुलिस की टीमें कई ठिकानों पर दबिश दे रही है. आरोपी की पहचान दिल्ली के गोकलपुरी के राजेश कुमार पांडेय के रूप में हुई है. इस मामले में अबतक पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. सरगना सहित तीन अन्य लोग अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं. आरोपी राजेश के कब्जे से नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण के दो फर्जी पत्र बरामद किया गया है.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि नोटबंदी के दौरान उसकी मुलाकात त्यागी और मिश्रा से हुई. दोनों ने राजेश से बताया था कि नोएडा विकास प्राधिकरण से 200 करोड़ रुपये एफडी के लिए बैंक में आएगा और हमें 5 प्रतिशत बैंक से कमिशन मिलेगा. इसके बाद इसी मामले को लेकर राजेश ने अपनी पहचान वाले सुधीर चौधरी से बात की. सुधीर की पहचान का बैंक मैनेजर सेक्टर-62 स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में मिल गया.
इसके बाद तीनों ने सेक्टर-34 में एक गुप्त मीटिंग की और पूरी ठगी की प्लानिंग बनी. यही तय हुआ कि प्राधिकरण का 200 करोड़ रुपया एफडी के लिए सेक्टर-62 स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में आएगा और फर्जी एफडी बनेगी व विकास प्राधिकरण में जमा होगी. बाद में उसी बैंक में फर्जी कांट्रेक्टर के नाम के खाते खुलवाकर धीरे-धीरे पैसा ट्रांसफर कराते रहेंगे. आरोपी के पास से नोएडा प्राधिकरण की दो पत्रों की जो छाया प्रति मिली है, उसमें एक असली व एक नकली है. छाया प्रति को आरोपी ने छुपाकर रख ली थी. पूरा पैसा मनु भोला लेकर फरार हो गया था.