नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र के शिव विहार फेस 3 के निवासी पीने के पानी के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि 5 दिन में टैंकर आता है. जिसके चलते लोगों को पूरा पानी भी नहीं मिल पाता है. पीने के पानी के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. पीने के पानी के लिए लोग दर-दर की ठोकरें खाने के मजबूर लिए है. क्षेत्र की जनता समरसेबल का पानी पीने के लिए मजबूर है. तो कहीं लोगों को खरीद कर पीने का पानी लाना पड़ रहा है.
लोगों ने लगाई सीएम से गुहार घंटो पानी की लाइम में खड़े रहते हैं लोग
लोग कई कई घंटे पानी की लाइनों में लगे रहते हैं, लेकिन पीने का पानी नहीं मिल पाता है. क्षेत्रीय जनता को मजबूरन पीने का पानी या तो खरीद कर लाना पड़ता है या फिर समरसेबल का पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
क्षेत्रीय जनता का ये भी कहना है कि इलाके में पीने के पानी की लाइन 4 साल से डली हुई है. दिल्ली सरकार पीने के पानी की लाइनों को चालू नहीं कर पा रही है. जिसके चलते इस भीषण गर्मी में लोग पीने के पानी के लिए बेहाल हैं.
वहीं कुछ महिलाओं को कहना था कि दिल्ली सरकार गरीब बेसहारा लोगों को खाने की सुविधा तो दे रही है. लेकिन खाने के साथ पीने का पानी भी समय पर दे दे तो लोगों की परेशानी दूर हो सकती है. क्षेत्रीय जनता परेशान है क्षेत्र की जनता को दूरदराज के इलाकों से पीने का पानी लाना पड़ता है.
'पीने के पानी की समस्या का हो समाधान'
लोगों ने बताया कि कई बार पीने के पानी की समस्या को लेकर मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र के आम आदमी पार्टी के विधायक हाजी यूनुस से भी बात की. लेकिन विधायक ने भी समस्या का कोई समाधान नहीं कराया. जिसके चलते लोगों को पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
स्थानीय निवासी दिल्ली सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या को सरकार बहाल करें. ताकि छोटे-छोटे बच्चे बुजुर्ग इस तरह भीषण गर्मी में पीने की पानी की लाइनों में ना लगे. एक तरफ तो सरकार बुजुर्ग और बच्चों को लॉकडाउन के चलते घर में रहने के आदेश देती है. वहीं मजबूरन लोग पीने के पानी के लिए बुजुर्ग और बच्चे घर से बाहर निकल रहे हैं. सरकार इस समस्या की तरफ ध्यान दें.