नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ताजा मामला पटपड़गंज इलाके का है, जहां एक नाबालिग ने दो हत्याओं को अंजाम दिया है.
एक नाबालिग ने महज एक सप्ताह के भीतर दो हत्याओं को अंजाम दिया है. दोनों जगहों पर 16 साल के इस लड़के ने आधा दर्जन से ज्यादा गोलियां मारकर लोगों की जान ली. पुलिस ने उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है और बाल सुधार गृह भेज दिया है.
आरोपी नाबालिग अरेस्ट
डीसीपी जॉय टिर्की के मुताबिक 9 अप्रैल को क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई जगदीश को सूचना मिली कि रिजवान गैंग के बदमाश शाम के समय पटपड़गंज इलाके में हथियार लेकर आएगा. 5 अप्रैल को कृष्णा नगर में हुई रिहान गैंग के बदमाश सरफराज की हत्या में वह शामिल था.
इस जानकारी पर एसीपी जसवीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर वीएन झा की टीम ने पटपड़गंज इलाके में छापा मारकर रिजवान उर्फ़ मन्नू और मोहसीन को गिरफ्तार कर लिया है. उनके एक नाबालिक साथी को पकड़ा गया.
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी आरोपियों ने पुलिस को बताया कि कृष्णा नगर में बीते 5 अप्रैल को हुई सरफराज की हत्या के मामले में वह शामिल हैं.
नाबालिग दो हत्याओं को दे चुका अंजाम
पकड़ा गया नाबालिक 31 मार्च को न्यू उस्मानपुर इलाके में हुई हकीमुद्दीन की हत्या के मामले में भी शामिल था. महज 16 साल की उम्र में उसके कारनामे को सुनकर पुलिस भी हैरान है. आरोपियों के पास से दो पिस्तौल, 7 कारतूस, एक बाइक और एक स्कूटी पुलिस ने बरामद की है. इसी स्कूटी पर सवार होकर उन्होंने हत्या को अंजाम दिया था.
रंजिश में हुई हत्या
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि मारा गया सरफराज अपने भाई मेहराज के साथ कृष्णा नगर इलाके में कबाड़ी का काम करता था.
जफ़र भी इस इलाके में कबाड़ का काम करता था. जिस वजह से उनके बीच कारोबारी रंजिश थी. अक्टूबर 2017 में इस रंजिश के चलते जफर की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में सरफराज के भाई मेहराज को गिरफ्तार किया गया था.
हत्या के मामले में अबरार मुख्य चश्मदीद गवाह था. सरफराज अपने साथी रिहान उर्फ गुल्लू के माध्यम से अबरार को गवाही नहीं देने के लिए धमकी दिलवा रहा था. रिहान फिलहाल जेल से पैरोल पर बाहर आ रखा था.
ऐसे दिया हत्या को अंजाम
अबरार ने सलमान उर्फ मुन्ना, रिजवान और नाबालिग के साथ मिलकर सरफराज की हत्या की साजिश रची. 5 अप्रैल को रिजवान, सलमान और नाबालिक शाम के समय बाइक से उसके पीछे गए और कांति नगर के पास ताबड़तोड़ गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी.
31 मार्च को ली हकीमुद्दीन की जान
31 मार्च को मन्नू, सलमान और नाबालिक ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर हकीमुद्दीन की हत्या कर दी. हत्या के इस मामले में रिजवान उर्फ़ मन्नू और मोहसिन उर्फ अबरार को कृष्णा नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन नाबालिक उनके हाथ नहीं लगा था.