नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है. पहले जहां प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली. वहीं अब हरी सब्जियां भी आम लोगों की थाली से दूर होती दिख रही हैं.
सब्जियों की दुकान से गायब हुए खरीददार व्यवसाय पर पड़ रहा फर्क
दिल्ली की सब्जी मंडियों में महंगाई का आलम ये है कि दुकानों पर प्याज और हरी सब्जियां तो बिक रही हैं मगर इनको खरीददार नहीं मिल रहे. पूर्वी दिल्ली के शकरपुर इलाके में प्याज के थोक विक्रेता ने बताया कि पहले जहां एक से डेढ़ क्विंटल प्याज रोजाना बिक जाता था. वहीं अब प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण रोज 30 से 40 किलो प्याज ही बिक रही हैं. खरीददार प्याज के दाम पूछते हैं और दाम सुनकर निकल जाते हैं.
प्याज की खरीददारी में आई कमी
दुकानदार का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से प्याज की कीमत लगातार 100 रुपये के ऊपर बनी हुई है. जिसका असर व्यवसाय पर देखने को मिल रहा है. पहले बड़े खरीददार रोजाना 5 से 10 किलो प्याज खरीदते थे. वहीं अब वो भी 1 से 2 किलो प्याज ही खरीद रहे हैं.
सब्जी मंडी में सब्जी खरीद रहे एक खरीददार ने बताया कि प्याज की बढ़ती कीमत के कारण वो प्याज नहीं खरीद रहा है. उनका कहना है कि प्याज बहुत महंगा है. जिस कारण वो दूसरी सब्जियों के सहारे काम चला रहे हैं.
हरी सब्जियों की कीमत में भी आया उछाल
अगर बात हरी सब्जियों की करे तो प्याज के साथ-साथ हरी सब्जियों की कीमत में भी उछाल देखने को मिल रहा है. इन दिनों बाजार में सबसे सस्ता फूलगोभी है. वो भी 40 रुपये प्रति किलो बिक रही है. हरी मटर, बींस सहित सभी सब्जियों के भाव 60 रुपये किलो से ऊपर है. हरी सब्जियों के विक्रेता का कहना है कि अचानक से इन सब्जियों के भाव बढ़ गए हैं. जिस कारण खरीददार इनकी खरीददारी कम मात्रा में कर रहे हैं.