नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने आगामी G20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी सुरक्षा तैयारियों के तहत शुक्रवार को आंसू गैस के गोले दागने का अभ्यास किया. उत्तर पूर्वी दिल्ली की जिला पुलिस ने शास्त्री पार्क इलाके में आंसू गैस के गोले दागने की प्रेक्टिस की. तस्वीरों में देख सकते हैं किस तरह से यमुना खादर में पुलिस के जवान एक के बाद एक आंसू गैस के गोले दागकर प्रैक्टिस कर रहे हैं. सम्मेलन का आयोजन विभिन्न देशों के शीर्ष नेताओं को एक साथ लाने और कई अहम मुद्दों पर चर्चा करने के लिए किया गया है. भारत मेजबान है और सरकार यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से किसी तरह की चूक न रह जाए.
आंसू गैस के गोले दागने पर क्या होता है?आंसू गैस के गोले दागने के बाद इससे जहरीला धुआं निकलता है और हवा में फैल जाता है. यह गैस महज 20 सेकंड में असर दिखाना शुरू कर देती है और इसकी चपेट में आने के बाद 15 मिनट तक इंसान तड़पता रहता है. आंखों में भारी जलन होती है और आंसू निकलने लगते हैं. जलन होने तथा धुएं के कारण प्रदर्शनकारियों को कुछ दिखाई नहीं देता है और उन्हें वहां से भागना पड़ता है.
डीसीपी डॉ जॉय टिर्की का बयानःउत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी डॉ जॉय टिर्की ने बताया कि G20 समिट को मद्देनजर रखते हुए रिहर्सल कराया गया. जिला पुलिस पूरी तरीके से तैयार है. क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. लगातार पेट्रोलिंग किया जा रहा है. ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जा रही है. यमुना नदी में भी दिल्ली पुलिस के जवान बोट के माध्यम से पेट्रोलिंग कर रहे हैं.