नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली नगर निगम की डोर टू डोर योजना का सफाई कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया है. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि ये योजना उनके हित में नहीं है. सफाई कर्मचारी संघ के नेताओं ने इस योजना को वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
डोर टू डोर योजना से नाराज सफाई कर्मचारी राष्ट्रीय सफाई मजदूर कांग्रेस इंटक के अध्यक्ष जयपाल चंदेल ने कहा कि निगम द्वारा लाई जा रही डोर टू डोर योजना सफाई कर्मचारियों को नुकसान देने वाली है.
उन्होंने कहा-
निगम के अधिकारी जानबूझकर इस तरह की योजना ला रहे हैं, ताकि धीरे-धीरे सब काम प्राइवेट हाथों में चला जाए. वो चाहते हैं कि जो निगम में सफाई कर्मचारी काम कर रहे हैं, उन्हें निकाला जा सके. अगर ये योजना लागू हो गई तो सफाई कर्मचारियों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो जाएगी.
आंदोलन की तैयारी
सफाई कर्मचारियों ने कहा कि हम सभी एकजुट होकर इसका विरोध करेंगे. इस मामले को लेकर हम निगम में बैठे सभी नेताओं से बात करेंगे. अगर फिर भी बात नहीं मानी गई तो हम सभी कर्मचारी खड़े होकर इसका विरोध कर धरना प्रदर्शन करेंगे. सफाई कर्मचारियों ने कहा कि अगर उन्हें हड़ताल पर भी जाना पड़े तो वो हड़ताल करेंगे.
ये है मामला
बता दें कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम घरों से कूड़ा लेकर डंपिंग यार्ड तक कूड़ा पहुंचाने की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी को सौंपने जा रही है. निगम नेताओं का कहना है कि योजना से कूड़े का निस्तारण सही तरीके से होगा. नेताओं का दावा है कि इस योजना के तहत सफाई कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जाएगी. सफाई कर्मचारी अपना काम करते रहेंगे.