नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अन्तर्गत आने वाले दिलशाद कालोनी ओ पॉकेट में गलियों और नालियों की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है. जो स्थानीय निवासियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. खास बात ये है कि ये स्थिति तब है, जब स्थानीय निगम पार्षद का कार्यालय भी इसी कालोनी में है.
दिलशाद कालोनी में दिया तले अंधेरा, टूटी हुई हैं पार्षद कार्यालय की गलियां और नालियां
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अन्तर्गत आने वाले दिलशाद कालोनी में गलियां और नालियां टूटी पड़ी हैं. खास बात ये है कि स्थानीय निगम पार्षद का कार्यालय भी इसी कालोनी में है, इसके बाद भी लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं.
टूटी पड़ी हैं गालियां
चिराग तले अंधेरा वाली कहावत तो आपने सुनी ही होगी, दिलशाद कालोनी ओ पॉकेट में इसे साफ तौर पर देखा जा सकता है. इस कालोनी की देख-रेख की जिम्मेदारी फिलहाल पूर्वी दिल्ली नगर निगम के पास है और स्थानीय निगम पार्षद का कार्यालय भी इसी कालोनी में है. इसके बाद भी यहां गलियों की हालत काफी खराब है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां करीब 15 से 20 साल पहले गलियों का निर्माण हुआ था, जो अब जगह-जगह से टूटी पड़ी हैं. ऐसे में पैदल चलने वालों को परेशानी तो होती ही है, साथ ही बारिश में पानी भी जमा हो जाता है.
बंद पड़ी हैं नालियां
गलियों के साथ ही यहां नालियों की स्थिति भी काफी खराब है. नालियां जगह-जगह से टूटी पड़ी हैं तो कई जगहों पर पूरी तरह से बंद हो चुकी हैं. इसकी वजह से नालियों में पानी जमा रहता है और मच्छर पनपते हैं. वहीं लोगों का ये भी कहना है कि नालियों के बंद हो जाने की वजह बारिश के समय पानी निकल नहीं पाता और घरों के अंदर तक चला आता है. इस कालोनी की फ्लैटों के बिजली के मीटर सीढ़ियों के नीचे है, जिसमे बारिश का पानी सबसे पहले भरता है, ऐसे में इमारत में करंट फैलने का खतरा भी रहता है.