नई दिल्ली: राजधानी में घंटे भर की बारिश से कई क्षेत्रों में ऐसा जलभराव होता है कि दिल्ली पानी पानी हो जाती है. इस समस्या को दूर करने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन लगातार दो घंटे बारिश हुई नहीं कि सारे दावे धुल जाते हैं. मॉनसून खत्म होने के बाद, जिम्मेदार विभाग के अधिकारी भी जलभराव की समस्या को भूल-से जाते हैं. गत शुक्रवार को हुई घंटे भर की बारिश के बाद दिल्ली में कई जगहों पर यह भारी समस्या देखने को मिली, जिससे लोगों को जाम से जूझना पड़ा. आईजीआई एयरपोर्ट के पास रंगपुरी चौराहे पर भी भारी जलभराव देखने को मिला. इसके चलते ट्रैफिक पुलिस ने भी ट्वीट कर लोगों से इस रास्ते का इस्तेमाल न करने की सलाह दी.
पीडब्ल्यूडी और एमसीडी ने किया नालों की सफाई का दावा:दिल्ली में मॉनसून से पहले हमेशा ही बारिश के पानी की निकासी के लिए नालों की सफाई पर जोर दिया जाता है. इनमें कुछ नाले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और कुछ लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अंतर्गत आते हैं. हाल ही में मेयर शैली ओबेराय ने अधिकारियों के साथ बैठक कर 15 जून तक सभी नालों की सफाई और जल निकासी का उचित प्रबंध करने का निर्देश दिया था, लेकिन स्थिति इसके ठीक विपरीत है. दरअसल अब तक एमसीडी के 21 प्रतिशत नालों की ही सफाई हुई है. इन नालों में से सिर्फ 55 प्रतिशत गाद ही निकाली गई है. वहीं पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार 15 जून तक सभी नालों की सफाई का लक्ष्य रखा गया था, जिनमें से अब तक 90 प्रतिशत नालों की सफाई हो चुकी है और बाकी नालों में सफाई की जा रही है.
दो प्रमुख जगहों के जलभराव की समस्या हुई दूर:पिछले साल पीडब्ल्यूडी ने बड़े-बड़े पंप लगाकर, कनॉट प्लेस और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाने के लिए रास्ते में पड़ने वाले मिंटो ब्रिज के नीचे होने वाले भारी जलभराव की समस्या का समाधान कर दिया था. इसी तरह पिछले साल बरसात के अंतिम समय में पीडब्ल्यूडी ने पुल प्रह्लादपुर अंडर पास के नीचे होने वाले भीषण जलभराव की समस्या को पंप घर बनाकर और उसमें बड़े पंप लगाकर खत्म कर दिया था. शुक्रवार को हुई बारिश से इन दोनों जगहों पर जलभराव नहीं हुआ. हालांकि इन दोनों जगहों की असल परीक्षा आने वाले कुछ दिनों में भारी वर्षा में हो जाएगी.