नई दिल्ली: करोल बाग के बाजार में व्यापारी काफी परेशान दिख रहे हैं. चुनावी मौसम में व्यापारी वर्ग ऐसी सरकार चुनने की बात कह रहा है जो काम धंधे में तरक्की का रास्ता दिखा सके. कुछ व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी ओर नोटबन्दी के बाद काम धंधा पूरी तरह से बंद हो गया है तो वहीं आधी कमर ऑनलाइन शॉपिंग ने तोड़ दी है.
चुनाव के माहौल में ईटीवी भारत की टीम ने करोल बाग की एम सी डी मार्किट के आम व्यापारियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को जानना चाहा.
व्यापारियों ने बताया कि पिछले 5 साल में इस बाजार में कुछ नहीं बदला है, बदला है तो बस यहां का माहौल बदल गया है, दुकानदारी खत्म सी हो गयी है और बाजार में ग्राहक नहीं है.
कुछ दुकानदारों का ये भी मानना है कि जीएसटी ओर नोटबंदी के बाद धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया है. इसके साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग ने हालात और खराब कर दिए हैं. इतने ज्यादा डिस्काउंट पर समान बेचा जा रहा है कि ग्राहक वहीं से लेना पसंद करते हैं. जबकि ज्यादातर चीजे कॉपी आइटम होती है तब भी लोग वहीं से खरीदते हैं.
नोटबंदी-जीएसटी से दुकानदारी खत्म सी हुई, बाजार में ग्राहक नहीं है- व्यापारी वर्ग ऑनलाइन ट्रांससेक्शन ने भी व्यापारियों को परेशान किया है. PAYTM से भी शिकायतें मिल रही है बताया जा रहा है कि कई बार पेमेंट रुक जाती है, देर से आती है कस्टमर भी परेशान होते हैं
मार्केट की बात करें तो बिल्कुल भी सफाई नहीं है कोई देख रेख करने वाला नहीं है.
बहरहाल व्यापारी सरकारी नीतियों से खासा परेशान दिख रहे हैं. कुछ व्यापारियों ने कहा हम ऐसी सरकार चाहते हैं जो हमारे काम धंधे में रुकावटें पैदा न करे.