नई दिल्ली:कोरोना संकट के बाद से देश और दुनिया में ऑनलाइन शिक्षा का चलन काफी बढ़ा है. इससे अब दूरस्थ शिक्षा के कोर्सेज की मांग भी बढ़ी है. इसी क्रम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) में भी दाखिले के लिए छात्रों का रुझान बढ़ा है. इसी क्रम में विश्वविद्यालय के इस साल के जनवरी सत्र के बाद अब जुलाई सत्र में भी दाखिले के लिए लगातार छात्र पंजीकरण कर रहे हैं.
इससे साफ है कि कम खर्च और कम समय देकर ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से डिग्री प्राप्त करने में लोगों का विश्वास बढ़ रहा है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में भी ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देने पर भी जोर दिया जा रहा है. इसके चलते इग्नू ने पिछले दो वर्षों में 20 से ज्यादा नए कोर्स शुरू किए हैं.
घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध: इग्नू कुलपति प्रोफेसर नागेश्वर राव ने बताया कि इग्नू में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जल्द से जल्द धरातल पर उतार कर अन्य विश्वविद्यालयों को भी इसे लागू करने में मदद करना है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू होने के बाद इग्नू में दाखिलों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. पहले दाखिलों की संख्या दो से तीन लाख होती थी. पिछले दो सालों में ये हर साल पांच लाख की संख्या को भी पार कर जा रही है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इग्नू अपनी शाखाएं चलाता है. इसलिए हमारी जिम्मेदारी और बढ जाती है. इग्नू का उद्देश्य देश के हर तबके के लोगों को घर बैठे ही ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराना है. इसके लिए इग्नू ने अपने ज्ञान दर्शन चैनल, फेसबुक, वेबसाइट और ट्विटर के माध्यम से भी सूचना उपलब्ध कराना शुरू किया है.