नई दिल्लीःदिल्ली गेट कब्रिस्तान कमेटी के सदस्य मसूर सिद्दीकी ने कोविड 19 से मरने वालों को ताबूत में दफनाने को गलत बताया है. वहीं उलेमाओं ने मय्यत को तौहीन से बचाने के लिए इसे सही माना है. ईटीवी भारत से बात करते हुए मसूर सिद्दीकी ने कहा कि दिल्ली गेट कब्रिस्तान में कोविड 19 से मरने वालों को दफन किया जा रहा है.
ताबूत में दफनाने पर दिल्ली गेट कब्रिस्तान कमेटी ने लगाई पाबंदी
दिल्ली गेट कब्रिस्तान कमेटी के सदस्य मसूर सिद्दीकी ने कोविड 19 से मरने वालों को ताबूत में दफनाने को गलत बताया. उन्होंने दिल्ली गेट कब्रिस्तान में ताबूत बेचने वाले लोगों पर कार्रवाई की बात कही है.
उन्होंने कहा कि सही तरीका यह है कि 12 फिट का गहरा गड्ढा करके मुर्दे को दफन किया जाए. उन्होंने बताया कि लोग अपने मुर्दे को सही रखने के लिए ताबूत खरीदने लगे हैं. जबकि ये गलत है और ये ईसाई धर्म के मानने वालों का तरीका है.
उन्होंने कहा कि बेचने वाले ताबूत बेच रहे हैं और खरीदने वाले खरीद भी रहे हैं. जब हमें ये पता चला तो, हमने कब्रिस्तान के मुंशी और अन्य कर्मचारियों से कह दिया है कि कोई भी व्यक्ति अगर ताबूत बेचने आए तो उसकी जानकारी उन्हें दें, हम उसके खिलाफ एक्शन लेंगे.