नई दिल्ली: दिल्ली हाट में चल रहे बिहार उत्सव में एक से बढ़कर एक उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं. यहां पर बड़ी संख्या में बिहार के उत्पाद के स्टाल लगाए गए हैं. एक स्टाल ऐसा भी है जहां बांस से बने उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं, जो लोगों को काफी आकर्षित कर रही है. मनिपुरी बैंबू आर्किटेक्चर की आशा अनुरागिनी और उनके बेटे सत्यम सुरंदरम हैंडीक्राफ्ट, बैंबू बोतल और फर्नीचर समेत 50 से अधिक उत्पाद बना रहे हैं.
आशा बताती हैं कि उनके उत्पाद प्रधानमंत्री कार्यालय में भी मंगवाए गए हैं. बिहार के पूर्णिया जिले की रहने वाली आशा ने बताया कि उन्होंने यह काम 26 वर्षीय बेटे सत्यम के साथ मिलकर शुरू किया और आज उनके उत्पाद के आर्डर देशभर से आते हैं. आशा संगीत व क्राप्ट की अध्यापिका भी रह चुकी है. उन्होंने बिहार की 22 महिलाओं और छह दिव्यांगों को रोजगार दे रखा है. 31 मई 2022 को जब उन्होंने अपने बेटे के साथ मिलकर यह काम शुरू किया था, तब वह सिर्फ एक उत्पाद बांस की बोतल ही बनाती थी. लेकिन उन्हें बेचना बड़ी चुनौती थी.
सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाया प्रोडक्ट्स: आशा ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक अपने उत्पाद को पहुंचाया. धीरे-धीरे उन्होंने बांस से नए उत्पाद बनाने शुरू किए और फिर उनकी मांग भी बढ़ने लगी. मांग को पूरा करने के लिए उन्होंने अपने साथ कुछ अन्य महिलाओं को जोड़ा. बाद में उन्होंने ऐसे लोगों को भी काम पर रखा जो लोग को अन्य काम करने में सक्षम नहीं थे. उनके बेटे सत्यम सुंदरम शुरू से ही प्रकृति प्रेमी रहे हैं. वह एमबीए की पढ़ाई पूरी कर एक कंपनी में मार्केटिंग की जाब कर रहे थे.