नई दिल्ली: पिछले 5 महीने से आम आदमी पार्टी और पार्टी की चांदनी चौक सीट से विधायक अलका लांबा के बीच जारी रार अब संबंधों की समाप्ति की ओर बढ़ रही है. अलका लांबा ने इसे लेकर एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने 2020 में पार्टी छोड़ने की जानकारी दी है.
इस ट्वीट में अलका लांबा ने कहा है, '2013 में 'आप' के साथ शुरू हुआ मेरा सफ़र 2020 में समाप्त हो जाएगा. मेरी शुभकामनाएं पार्टी के समर्पित क्रांतिकारी, ज़मीनी कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा रहेंगी. आशा करती हूं, आप दिल्ली में एक मजबूत विकल्प बने रहेगें. आप के साथ पिछले 6 साल यादगार रहेंगे. आप से बहुत कुछ सीखने को मिला.'
अलका लांबा ने ट्वीट कर पार्टी छोड़ने का ऐलान ऐसे समय में किया है, जब एक दिन पहले ही उन्हें फिर से पार्टी के व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया था.
इसे लेकर अलका ने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ग्रुप में अरविंद केजरीवाल द्वारा यह कहने कि फिर से लोगों के बीच जाने का समय है और उनसे अपनी गलती के लिए माफी मांगने का समय है.
जब अलका लांबा ने पूछा कि कौन सी गलतियां, तो उन्हें पार्टी के व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया गया. इससे पहले भी दिसंबर में अलका लांबा को इस ग्रुप से बाहर किया गया था, लेकिन फिर बाद में उन्हें जोड़ लिया गया था.
अब अलका ने खुलकर ऐलान कर दिया है कि 2013 से 'आप' के साथ चल रहा उनका यह सफर अगले साल समाप्त हो जाएगा. गौरतलब है कि अलका ने छात्र राजनीति से कांग्रेस के साथ अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी और कांग्रेस में 20 साल रहने के बाद 2013 में उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा.
2015 के विधानसभा चुनाव में चांदनी चौक से वे विधायक चुनी गईं, लेकिन अब पार्टी और उनके बीच के संबंध समाप्ति की तरफ हैं. हालांकि इसके बाद अलका का रुख क्या होगा यह अभी उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है.