नई दिल्ली :फीफा विश्व कप के 8 विजेताओं में से 6 विश्व चैंपियंस ऐसे हैं, जिन्होंने ने अपनी सरजमीं और मातृभूमि पर खेलते हुए अपनी विजय पताका फहरायी है. इनमें सर्वाधिक खिताब जीतने वाला ब्राजील ही एक ऐसा देश है, जिसने कभी भी अपने देश में खेलते हुए एक भी खिताब नहीं जीता है. तो वहीं दूसरा देश स्पेन है, जो 1982 में घरेलू सरजमीं पर केवल दूसरे दौर तक पहुंच सका था.
सर्वाधिक फीफा का खिताब जीतने वाला ब्राजील कभी अपने घर के दर्शकों के बीच खिताब नहीं जीत सका है. ब्राजील ने 1950 में घरेलू धरती पर फाइनल मैच हार गयी थी और उपविजेता बनी थी. इसके बाद 2014 में भी ब्राजील जर्मनी के खिलाफ अपना सेमीफाइनल मैच हार गया था.
जब मेजबान बने थे चैंपियन
मेजबान देश के रूप में खेलते हुए इंग्लैंड ने 1966 ने अपना एकमात्र फीफा खिताब जीता था. उसके पहले उरुग्वे ने 1930 में, इटली ने 1934 में यह कारनामा कर चुके थे. अर्जेंटीना ने 1978 में और फ्रांस ने 1998 में मेजबान देश के रूप में अपना पहला खिताब जीता और अपने देश को फीफा विश्वकप का तोहफा दिया. जबकि जर्मनी ने 1974 में घरेलू धरती पर अपना दूसरा खिताब जीतने में सफलता पायी.
अपनी धरती पर बेस्ट परफॉर्मेंस
फीफा जैसे बड़े खेल टूर्नामेंट की मेजबानी करते समय अन्य राष्ट्र भी काफी सफल रहे हैं. स्विट्ज़रलैंड 1954 में क्वार्टर फ़ाइनल तक का सफर तय किया था. तो 1958 में स्वीडन अपने देश में उपविजेता बनकर उभरा था. 1962 में अपने देश में खेलते हुए चिली ने तीसरा स्थान हासिल किया. तो वहीं 2002 में दक्षिण कोरिया अपने देश में चौथा स्थान हासिल करने में सफल रहा. मेक्सिको ने 1970 और 1986 में क्वार्टर फ़ाइनल तक सफर तय किया. इन सभी देशों ने अपने देश में खेलते हुए अपने समय का सर्वश्रेष्ठ स्थान पाया था.
दक्षिण अफ्रीका इकलौता ऐसा देश
इन आयोजकों के अतिरिक्त फुटबॉल खेलने वाले देशों में दक्षिण अफ्रीका इकलौता ऐसा देश है, जो आयोजन करके भी पहले दौर से आगे नहीं जा सका. 2010 में आयोजित फीफा विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका का सफर पहले राउंड में ही खत्म हो गया था.