नई दिल्ली: भारतीय जूडो महासंघ (जेएफआई) की आंतरिक मतभेद के कारण एशियाई पदक विजेता और भारत के नंबर 1 जूडो खिलाड़ी विजय यादव ने अपनी वैश्विक रैंकिंग में सुधार करने और आगामी टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने का मौका गंवा दिया है.
24 साल के यादव, किर्गिस्तान के बिश्केक में छह अप्रैल से शुरू होने वाले एशियाई ओशिनिया ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाएंगे, जहां एक अच्छे प्रदर्शन से वे जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर सकते थे.
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यहां तक कि यादव ने खुद ही अपनी यात्रा की फंडिंग करने का भी फैसला किया था, लेकिन महासचिव मनमोहन जायसवाल द्वारा टूर्नामेंट के लिए यादव के नाम की सिफारिश करने के बावजूद जेएफआई के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कथित रूप से उनके नाम को मंजूरी नहीं दी. बाजवा और जायसवाल के बीच जारी मतभेद के कारण यादव बिश्केक में भाग नहीं ले पाएंगे.
यादव के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए जयसवाल ने कहा कि उन्होंने यादव का समर्थन किया है. जयसवाल ने कहा, "2018 में वह दुनिया में नंबर 2 जूडे खिलाड़ी थे. मेरा मानना है कि वह टीम में जगह पाने का हकदार है. मैंने उनके नाम की सिफारिश की, लेकिन अध्यक्ष ने इसे स्वीकार नहीं किया.''
जयसवाल के अनुसार, पुरुष टीम में सात सदस्यीय टीम के अलावा दो अतिरिक्त खिलाड़ियों को रखने का प्रावधान है.