हैदराबाद : WTC को शुरु करने का प्लान एक दशक से भी अधिक समय से आईसीसी की रडार पर था. इस योजना की शुरुआत 2009 में ICC और मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के बीच हुई बैठक के दौरान हुई थी. जिसमें वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप को 2013 आईसीसी चैंपिंयस ट्रॉफी के स्थान पर शुरु करने की बात हुई.
हालांकि, ICC अपने पूर्ण सदस्यों को समझाने में विफल रहा, जिसके कारण 2017 तक चैंपियनशिप को करवाने का प्लान रुका रहा. इसके बाद आईसीसी और पूर्ण सदस्य ने आपसी सहमति से ये निर्णय लिया कि 2019 विश्वकप के समापन के बाद लॉर्ड्स में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत होगी.
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप क्या है?
ICC वनडे और टी-20 फॉर्मेट में टूर्नामेंट का आयोजन करवाती है जिस वजह से ये फॉर्मेट क्रिकेट फैंस के बीच काफी लोकप्रिय बन गए हैं लेकिन अब ICC कई सालों की मेहनत और प्रयासों के बाद टेस्ट फॉर्मेट में भी टूर्नामेंट करवाने वाली है. जोकि टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली टॉप 9 टीमों के बीच खेला जाएगा.
कौन सी टीमें इस टूर्नामेंट का हिस्सा हैं?
ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्ट इंडीज की टीमें इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी. जबकि जिम्बाब्वे, अफगानिस्तान और आयरलैंड की टीमों के इसमें जगह नहीं मिली है. आपको बता दें कि जिम्बाब्वे अब आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकता. इस फॉर्मेट को और आकर्षक बनाने के लिए ICC ने WTC के लिए प्वाइंट सिस्टम शुरु किया है.
चैंपियन कब घोषित होगा?
ये चैंपियनशिप 1 अगस्त से दो सालों तक खेली जाएगी और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत खेले जाने वाले हर एक मैच के लिए अंक निर्धारित होंगे. 2 साल तक खेले जाने वाले इस चैंपियनशिप में जो टीमें सबसे अधिक अंकों के साथ शीर्ष पर होगी वो जून 2021 को लॉर्ड्स में फाइनल मुकाबला खेलेंगी.