नई दिल्ली:राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय महिला टीम में शामिल नहीं किए जाने पर दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने वाली युवा टेबल टेनिस खिलाड़ी दीया चितले को जुलाई-अगस्त में होने वाले खेलों के लिए मंगलवार को अर्चना कामथ की जगह टीम में शामिल किया गया.
दिल्ली उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर करने वाले मानुष शाह हालांकि रिजर्व खिलाड़ी बने हुए हैं. पुरुष टीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिसका नेतृत्व शरत कमल करेंगे. निलंबित भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने पिछले सप्ताह अस्थाई महिला टीम घोषित की थी जिसमें मनिका बत्रा, कामथ, श्रीजा अकुला और रीथ ऋष्य के साथ 19 वर्षीय चितले को स्टैंडबाय रखा गया था.
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इस टीम को भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) की मंजूरी मिलनी बाकी थी लेकिन खेल मंत्रालय ने सीओए के पाले में गेंद डालते हुए सोमवार को स्पष्ट किया कि टीम चयन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय महासंघ की होती है. इसके बाद सीओए सदस्य एस डी मुदगल की अध्यक्षता में सोमवार को चयनसमिति की बैठक हुई जिसमें टीम को अंतिम रूप दिया गया.
कामथ को बाहर कर दिया गया जो मनिका के साथ युगल में खेल सकती थी जबकि स्वास्तिका घोष को स्टैंडबाय रखा गया. मुदगिल ने पीटीआई से कहा, केवल एक बदलाव किया गया है. अर्चना के स्थान पर दीया को चौथी खिलाड़ी के रूप में लिया गया है. अर्चना मानदंडों को पूरा नहीं करती है, लेकिन हमने सोचा कि वह भी पदक जीत सकती है (क्योंकि वह मनिका के साथ दुनिया में चौथे नंबर पर है). लेकिन हम दुविधा में थे और इसलिए हम साइ के पास गए और उससे मार्गदर्शन मांगा.