राउरकेला : 17 दिनों तक चला हॉकी का महासंग्राम जर्मनी की जीत के साथ समाप्त हो गया. जर्मनी 2018 के चैंपियन बेल्जियम को हराकर तीसरी बार चैंपियन (2002, 2006, 2023) बना. जर्मनी को चैंपियन बनाने में निकलोस वेलेन का अहम योगदान रहा. उन्होंने दो पेनल्टी और एक पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला. इस शानदार प्रदर्शन के लिए निकलास वेलेन को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. वहीं, नीदरलैंड्स ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता.
बिरसा मुंडा स्टेडियम के नाम दर्ज हुआ ये रिकॉर्ड
राउरकेला (Rourkela) में बना बिरसा मुंडा स्टेडियम सबसे ज्यादा दर्शक क्षमता वाला हॉकी स्टेडियम है. उसकी इस खास उपलब्धि के चलते उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. इसकी दर्शक क्षमता 21 हजार है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, 'मैं ओडिशा के लोगों और इसे संभव बनाने वाली टीम को बधाई देता हूं. मुझे आश्चर्य है कि इसे 15 महीनों में ही तैयार कर लिया गया था. ये ओडिशा वासियों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है.
आदिवासी नेता के नाम पर स्टेडियम
ये हॉकी स्टेडियम विशेष रूप से विश्व कप के लिए बनाया गया. राउरकेला में बने इस स्टेडियम का नाम स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी नेता बिरसा मुंडा के नाम पर रखा गया. इसे हॉकी विश्व कप (Hockey World Cup) के लिए मात्र 15 महीनों में बनाया गया. इसमें 21 हजार दर्शक एकसाथ बैठकर मैच देख सकते हैं. स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं हैं. यहां एक फिटनेस सेंटर, एक स्विमिंग पूल, ड्रेसिंग रूम और प्रैक्टिस पिच तक जान के लिए एक टनल भी है.
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35 एकड़ में बना है स्टेडियम
राउरकेला की बीजू पटनायक टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी (Biju Patnaik Technological University) में ये स्टेडियम बनाया गया है. ये यूनिवर्सिटी 120 एकड़ में है. इसके 35 एकड़ के क्षेत्र में स्टेडियम बनाया गया. इसके बनाने पर लगभग 200 करोड़ रुपए का खर्च आया. अंतरराष्ट्रीय होकी संघ (FIH) भी इस दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम मान चुका है. 5 जनवरी को इसका उद्धघाटन ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किया था.