भुवनेश्वर, ओडिसा : भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में एक नवंबर से खेले जा रहे हॉकी के ओलम्पिक क्वॉलिफायर मुकाबलों को लेकर ईटीवी भारत ने भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल से बातचीत की. रानी ने ओलम्पिक क्वॉलिफायर की तैयारी से लेकर रोड टू टोक्यो तक के सफर को लेकर टीम की तैयारी के बारे में साझा की कई महत्वपूर्ण जानकारियां.
EXCLUSIVE : 'मैं नहीं चाहती कि फिर से 36 साल इंतजार करना पड़े'
हॉकी के ओलम्पिक क्वॉलिफायर मुकाबलों को लेकर ईटीवी भारत ने भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने खास बातचीत की.
रानी रामपाल ने ग्रेट ब्रिटेन के दौरे को लेकर कहा, "काफी अच्छा दौरा था ग्रेट ब्रिटेन का, हमने 5 गेम खेले और हमारी टीम ने काफी अच्छा खेला, हालाकिं हम इस दौरे में अपने आपको यूएसऐ के खिलाफ होने वाले ओलम्पिक क्वॉलिफायर मैच के लिए ही तैयार कर रहे थे. हमने ब्रिटेन के खिलाफ काफी प्रयोग किये हैं जो यूएसऐ के खिलाफ हमारी मदद कर सकते हैं."
ओलम्पिक क्वॉलिफायर मुकाबलों के बारे में पूछे जाने पर रानी ने कहा, "हमने लगातार हॉकी स्टीक से अच्छा प्रदर्शन किया है. हमने अपने प्लान के हिसाब से खेला है और हम वैसा ही यूएसऐ के खिलाफ क्वॉलिफायर मैच में भी खेलना चाहते हैं. इसके अलावा मैच की फिनीशिंग पर हमें ज्यादा ध्यान देना हैं और कोशिश करनी है कि हम शुरूआती 5-10 मिनट में ही ज्यादा से ज्यादा स्कोर कर सके."
ओलम्पिक क्वॉलिफिकेशन को लेकर रानी ने कहां, "2016 रियो ओलम्पिक में 36 साल के बाद महिला टीम ने क्वॉलिफाई किया था और उसी तरह से इस बार भी क्वॉलिफायर्स का सिलसिला जारी रखना चाहेंगें जिससे हमें और 36 साल का इंतजार न करना पड़े. 2016 के मुकाबले हमारी टीम अभी काफी बहतर हुई है और उम्मीद भी ज्यादा है."
भुवनेश्वर को हॉकी का हब कहे जाने पर रानी ने कहा, "भुवनेश्वर में खेलने को लेकर हमारी टीम काफी उत्साहित है, हम अपने घरेलू दर्शकों के सामने ओलम्पिक क्वॉलिफायर खेलने वाले हैं. भुवनेश्वर में लोग हॉकी को बहुत प्यार करते हैं. मै सभी से निवेदन करती हूं कि सभी लोग भुवनेश्वर आए हमारा मैच देखने के लिए और टीम को रोड टू टोक्यो का सफर जारी रख सकें."