नियोन: यूएफा (यूरोपीय फुटबॉल संघों के संघ) ने महिलाओं की यूरोपीय चैम्पियनशिप की पुरस्कार राशि बढ़ाकर दोगुनी कर दी है.
लेकिन अगर पुरूष टूर्नामेंट में दी जानी वाली पुरस्कार राशि से तुलना की जाये तो इसमें अब भी भारी असमानता है.
इंग्लैंड अगले साल जुलाई में महिलाओं की यूरोपीय चैम्पियनशिप की मेजबानी करेगा जिसे कोविड-19 महामारी के कारण एक साल के लिये स्थगित किया गया था.
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अगले साल 16 टीमों के बीच होने वाली महिला यूरोपीय चैम्पियनशिप में कुल 1.60 करोड़ यूरो (16 मिलियन यूरो, 1.90 करोड़ डॉलर) की पुरस्कार राशि होगी जबकि 45 लाख यूरो (50 लाख डॉलर) उन क्लबों को दिये जायेंगे जिन्होंने खिलाड़ियों को रिलीज किया है.
वहीं 24 टीमों की पुरूष यूरोपीय चैम्पियनशिप में इस साल यूएफा की पुरस्कार राशि 371 मिलियन यूरो (435 डॉलर मिलियन) थी और क्लबों को भी खिलाड़ियों को रिलीज करने के लिये कम से कम 200 मिलियन यूरो (235 मिलियन डॉलर) की गारंटी दी गयी थी.
यूएफा ने कहा कि वह ‘‘सुनिश्वित कर रहा है कि महिलाओं के खेल में भी पहले से कहीं ज्यादा पुरस्कार राशि वितरित की जाये. ’’