नई दिल्ली: दिल्ली में पैदा हुए इशान फिलीपींस में पले-बढ़ें और फिर स्पेन में उन्होंने अपनी फुटबॉल की शिक्षा ली. 22 साल के स्ट्राइकर ने भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में चुने और स्पेन से भारत तक के सफर के बारे में विस्तार से बात की.
इशान ने कहा, "ये एक अद्भुत अनुभव था. खेल के लिए मेरे पास जो भूख और जुनून है वो मेरे लिए इसे परिभाषित करता है. मेरे अंदर बेहतर प्रदर्शन करने की भूख थी और मैं नेट के पीछे गेंद को देखने के लिए कुछ भी करने को तैयार था. मैं एक सब्स्टीटयूट के रूप में मैदान पर उतर रहा था और अपनी छाप छोड़ने के लिए मेरे पास बहुत ही कम समय होता था. मेरी हताशा कोई सीमा नहीं जानता था."
दिल्ली में पैदा होने वाले इशान बाद में विदेश में शिफ्ट हो गए थे. उन्होंने कहा, "मैं दिल्ली में पैदा हुआ था और मेरी जड़ें कश्मीर में लौट आईं. जब मैं तीन साल का था तब मेरा परिवार फिलीपींस चला गया और मैंने वहां नौ साल तक रहकर पढ़ाई की. हम बेंगलुरु वापस चले गए और मैं 10 वीं कक्षा तक वहीं रहा. जब मैं केवल 16 साल का था तब अपने सपने को पूरा करने के लिए स्पेन चला गया."