नई दिल्ली: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने कहा है कि कोविड-19 के बीच होने वाले आई-लीग क्वालीफायर्स के दौरान उसके लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे ऊपर है और इसे वो पूरी अहमियत देगी.
क्वालीफायर्स की शुरुआत आठ अक्टूबर से हो रही है जहां पांच टीमें राउंड रोबिन फॉरमेट में खेलेंगी. ये मैच कोलकाता के वीवाइबीके स्टेडियम में 19 अक्टूबर तक चलेंगे.
एआईएफएफ द्वारा जारी बयान में लीग के सीईओ सुनंदो धर के हवाले से लिखा है, "कोविड-19 के कारण लगे लंबे ब्रेक के बाद हम भारत में आई-लीग क्वालीफायर्स के साथ फुटबॉल की शुरुआत करने जा रहे हैं. ये खिलाड़ियों, अधिकारियों, क्लब प्रबंधन और हम सभी के लिए अच्छा होगा."
उन्होंने कहा, "खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा के साथ हम कोई समझौता नहीं करना चाहते. हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि सभी टीमों को जरूरी मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराई जाएं."
उन्होंने कहा, "क्या करना है और क्या नहीं ये बातें हमने सभी टीमों को बता दी है. हमने एसओपी तैयार की है जो स्वास्थ मंत्रालय की गाइडलाइंस के आधार पर है."
एआईएफएफ ने बयान में कहा है कि उसने बायो सिक्योर बबल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है और नियमित रूप से टेस्ट भी करेगी. सभी टीमें कोलकाता के पांच सितारा डीलक्स होटल में रुकेंगी और किसी भी स्थिति में कोई बाहर नहीं जा सकेगा.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ
सीईओ ने कहा, "अपनी पहली तरह की पहल में, एआईएफएफ ने फैसला किया है कि वो सभी टीमों और अधिकारियों को पांच सितारा होटल में ठहरवाएगी. टीमों को आने से पहले, सभी टीमों को आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा, हर सदस्य का दो बार."
पहला टेस्ट 15 से 18 सितंबर के बीच होना चाहिए और दूसरा टेस्ट 22 से 23 सितंबर के बीच होना चाहिए. जिन खिलाड़ियों की रिपोर्ट निगेटिव आएंगी वही खिलाड़ी तय किए गए होटल में जा पाएंगे.
एक बार सभी टीमें होटल में आ जाएंगी तब एआईएफएफ हर खिलाड़ी के शरीर के तापमान, ऑक्सीजन के स्तर के अलावा आरटी-पीसीआर टेस्ट के माध्यम से उन पर नजर रखेगी.
होटल में पहुंचने के बाद सभी टीमों को 28 सितंबर को आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा और अगले तीन दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा. अगर किसी टीम का सदस्य कोविड पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे तुरंत आइसोलेट किया जाएगा.